भोपाल (आईएएनएस)। Mp Political Crisis मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच बजट सत्र शुरू हुआ। बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल लालजी ने हंगामे के बीच अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने अपने संबोधन में विधायकों को लोकतांत्रिक आदर्शों को बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य शांतिपूर्वक, निष्ठापूर्वक, नियमों के अनुसार पालन करें। इसके अलावा सरकार से सोमवार को ही फ्लोर टेस्ट कराने की बात भी कही। इस दाैरान विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार कह रही थी कि अगर मध्य प्रदेश विधानसभा में सोमवार को फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ तो वह कोर्ट का रुख करेगी। हालांकि जब हंगामा नहीं शांत हुआ तो विधानसभा की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

नाराज बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक मध्य प्रदेश विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट नहीं होने से नाराज बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान फ्लोर टेस्ट की मांग लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर 12 घंटे में फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग की गई है। भाजपा विधायकों का कहना है कि कमलनाथ सरकार फ्लोर टेस्ट से डर रही है। इसीलिए आज फ्लोर टेस्ट नहीं होने दिया।

चिट्ठी लिखकर फ्लोर टेस्ट रोकने की मांग की थी

सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर फ्लोर टेस्ट रोकने की मांग की थी। बता दें कि मध्य प्रदेश में बीते 10 मार्च से सियासी उठापटक मची है। यहां कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद उनके कई समर्थकों ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। होली के दिन मंगलवार को कांग्रेस के 22 विधायकों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपना इस्तीफा सौंपा था।

National News inextlive from India News Desk