भोपाल (पीटीआई)राज्य से 22 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट चाहती है। यह बात बृहस्पतिवार को एक वरिष्ठ बीजेपी मंत्री ने कही। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद 14 महीने पुरानी राज्य की कमलनाथ सरकार अब संकट में घिर गई है। ध्यान रहे कि मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ देने के बाद उनके भरोसे वाले विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया।

कमलनाथ सरकार अल्पमत में

मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्र ने पत्रकारों से कहा कि यह सरकार अल्पमत में है, पार्टी राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट के लिए अनुरोध करेगी। उनका कहना था कि राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष के पास 22 विधायकों के इस्तीफे हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है।

विद्रोह के पहले कांग्रेस में 114

228 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस ने अपना बहुमत खो दिया है। विधायकों के विद्रोह के पहले कांग्रेस के पास 114 का आंकड़ा था। इसमें भी 2 बीएसपी विधायक, 4 स्वतंत्र विधायक और 1 समाजवादी पार्टी के विधायक का समर्थन शामिल था। हो सकता है कि इनमें से भी कुछ बीजेपी की ओर चले जाएं। यदि 22 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार हुआ तो विधानसभा 206 सदस्यों वाली हो जाएगी।

बदले हालात में बीजेपी के पास बहुमत

यदि कांग्रेस के 22 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया तो मध्य प्रदेश की विधानसभा के सदस्यों की संख्या गिरकर 206 रह जाएगी। कांग्रेस के विधायकों की संख्या गिरकर 92 बची रह जाएगी। वहीं राज्य में बीजेपी के 107 विधायक हैं। ऐसे में सरकार बनाने के लिए जादुई संख्या 104 होगी जिससे 3 विधायक बीजेपी के पास ज्यादा हैं।

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