- चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री ने किया उद्घाटन

GORAKHPUR: पिछले एक अरसे से बनकर तैयार और उद्घाटन की राह देख रहे बीआरडी के एमआरआई सेंटर का ताला आखिर खुल ही गया। मंगलवार को यूपी के चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह मंगलवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एमआरआई व ट्रामा सेंटर के सेंट्रल पैथालोजी का उद्घाटन किया। इसके अलावा यहां पर छह लिफ्ट का उद्घाटन कर उसे जनता को सौंप दिया।

आमजन को समर्पित

इस दौरान चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री ने ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी और इंसेफेलाइटिस वार्ड का निरीक्षण कर मरीजों से उनका हालचाल जाना और तीमारदारों से मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। तीमारदारों ने उन्हें बताया कि सरकारी दवाइयां उन्हें नहीं मिल रही हैं और उन्हें दवाइयां बाहर से खरीदनी पद रही हैं। इस पर राज्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ जांच के बाद कार्यवाई होगी।

तीमारदार ने की शिकायत

ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी वार्ड बेड संख्या 9 पर भर्ती जब्बार की हालत काफी गंभीर थी। मंत्री के निरीक्षण के दौरान किसी ने भी सुधि नहीं ली। जब मंत्री उसके पास पहुंचे तो उसके चचेरे भाई महताब आलम ने शिकायत की। कहा कि यहां दवा के नाम पर कुछ भी नहीं मिल रहा है। डॉक्टर दवा की पर्ची थमाकर सीधे बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं। दो दिन के अंदर पांच हजार रुपए खर्च हो गए हैं। इसके अलावा इंट्राकैथ दो घंटे से ब्लॉक हुआ है। डिप नहीं चढ़ पा रहा है। स्टाफ नर्स से गुहार लगाई जा रही है तो वह अनसुनी कर दे रहे हैं। डॉक्टर से डिस्चार्ज करने की बात की जा रही है।

एम्स मामले पर बोले

राधेश्याम सिंह ने कहा कि अखिलेश जी पूर्वाचल, खासकर गोरखपुर को लेकर खासा चिंतित रहते हैं। उन्होंने एम्स के लिए फोरलेन सड़क बनाए जाने और विद्युत सब स्टेशन के लिए पैसा रिलीज कर दिया है। भूमि का मामला तो कोर्ट में जानबूझकर ले जाया गया है। यह मामला भी तब ले जाया गया जब राज्य सरकार ने मानबेला की जमीन को एम्स के लिए स्वीकृत कर केंद्र सरकार को भेज दिया।

गिनाई उपलब्धियां

मंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा कि 2012 में प्रदेश में महज 6 मेडिकल कॉलेज थे। लेकिन आज मेडिकल कालेज की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। 6 मेडिकल कालेज चल रहे हैं, 3 प्रस्तावित हैं और 5 जिला अस्पतालों को उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। राधेश्याम सिंह ने कहा कि उनकी सरकार अब तक बीआरडी मेडिकल कॉलेज को 400 करोड़ रुपए दे चुकी है। आगे भी जितनी आवश्यकता होगी दी जाएगी।

निकलेंगी नई वैकेंसी

संविदाकर्मियों के वेतन के संबंध में कहा कि जल्द ही उन्हें रुका हुआ वेतन मिल जाएगा। ट्रामा सेंटर के कर्मचारियों के सम्बन्ध में कहा कि ट्रामा सेंटर कर्मचारियों की एक समय सीमा थी जो अब समाप्त हो गई है। उनकी सरकार ने अब पद सृजन कर दिया है तो पैसा भी राज्य सरकार ही देगी। अब पद सृजन हुआ है तो वैकेंसी निकाली जाएगी और जो उस योग्य होगा उसका सेलेक्शन होगा। जो पांच-दस साल पहले से कर्मचारी काम कर रहे हैं उनका समायोजन किया जाएगा।

बॉक्स

ब्लड डोनर्स का सम्मान

इस दौरान साल भर में सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने वाले अमित सिंहानिया, आलोक अग्रवाल, सत्येन्द्र मिश्रा, माया, डॉ मनोज यादव और रक्तदान में सहयोग करने वाली संस्था संत निराकारी मंडल, रेड पल्स, एसएसबी, मारवाड़ी सेवा समिति और रेलवे सुरक्षा बल को राज्य मंत्री द्वारा मोमेंटो और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।