- माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार पर भी कसने लगा कानून का शिकंजा

- एसटीएफ की जांच में हुआ खुलासा, बिना वैरीफिकेशन लाइसेंस दिल्ली ट्रांसफर

- मुख्तार को वापस यूपी भेजने के लिए डीजीपी ने पंजाब पुलिस से साधा संपर्क

लखनऊ (ब्यूरो)। यूपी एसटीएफ की एक गोपनीय जांच में सामने आया है कि विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास ने अपने एक लाइसेंस से पांच असलहे खरीदने का गैरकानूनी काम किया है। इसके बाद एसटीएफ ने लखनऊ पुलिस के जरिए मुख्तार के बेटे को नोटिस भेजा है। शुक्रवार को लखनऊ के एसएसपी के निर्देश पर करीब तीन दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों की टीम लाइसेंस में दिए गये पते पेपर मिल कॉलोनी स्थित मेट्रो सिटी पहुंची पर वहां आवास पर ताला पड़ा मिला। फिलहाल एसटीएफ के इस एक्शन के बाद लखनऊ पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी है।

बिना वैरीफिकेशन दिल्ली ट्रांसफर
दरअसल यूपी में आपराधिक छवि वाले लोगों को दिए गये असलहा लाइसेंस की जांच बीते कई दिनों से जारी है। खासतौर पर अपराधी से नेता बने लोगों के खिलाफ गहनता से जांच की जा रही थी। इस जांच में सामने आया कि मुख्तार और उनके करीबी रिश्तेदारों के नाम नौ लाइसेंस जारी किए गये हैं। इनमें से तीन लाइसेंस मुख्तार अंसारी और तीन उनके बेटे अब्बास अंसारी के नाम हैं। अब्बास के नाम से जारी एक लाइसेंस पर एक डबल बैरल की बंदूक होने का जिक्र था पर इस बीच अचानक बिना जिला प्रशासन की अनुमति या वैरीफिकेशन के यह लाइसेंस दिल्ली ट्रांसफर हो गया। इसके बाद इसके जरिए चार लाइसेंसी असलहे और खरीद लिए गये। बेहद गोपनीय तरीके से हुई इस जांच के बाद एसटीएफ ने इसकी सूचना लखनऊ पुलिस को दी और इसकी तुरंत जांच शुरू करने को कहा। इसके बाद लखनऊ पुलिस मुख्तार और अब्बास के पेपर मिल कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंची पर वहां कोई नहीं मिला जिसकी वजह से नोटिस तामील नहीं हो पाया।

नेशनल शूटर है अब्बास
बताते चलें कि मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी शॉट गन में नेशनल शूटर है। अब्बास ने बीते कुछ सालों में कई पदक भी जीते हैं। वहीं विधानसभा चुनाव में बसपा ने अब्बास अंसारी को घोसी सीट से टिकट भी दिया था पर वे चुनाव हार गये थे। एसटीएफ की जांच के बाद अब अब्बास की मुश्किलें बढ़ना तय मानी जा रही हैं।

पंजाब जेल में है बंद
मुख्तार अंसारी पंजाब के एक मुकदमे में वांछित होने की वजह से फिलहाल रोपड़ जेल में बंद है। बीते कई दिनों से वह लगातार पेशी पर भी नहीं आ रहे हैं। हर बार समन जाने पर जेल से मेडिकल ग्राउंड पर रियायत दिए जाने का पत्र आ जाता है जिससे पुलिस अधिकारी परेशान हैं। इसी वजह से यूपी पुलिस ने पंजाब पुलिस से संपर्क साधा है। डीजीपी ओपी सिंह ने मुख्तार को वापस यूपी भेजने का पंजाब पुलिस के डीजीपी से अनुरोध किया है ताकि यहां उनके खिलाफ चल रहे मामलों की सुनवाई तेजी से हो सके।

अब्बास अंसारी का असलहा लाइसेंस में कुछ गड़बडि़यों की बात सामने आयी है। यह लाइसेंस दिल्ली ट्रांसफर भी हुआ है। इसकी जांच की जा रही है।

- कलानिधि नैथानी, एसएसपी, लखनऊ
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