पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई की टीम केवल 139 रनों का स्कोर ही खड़ा कर पाई थी। उसके तीन खिलाड़ी रन आउट हुए। लेकिन बंगलौर के बल्लेबाज़ इस स्कोर की कसौटी पर भी खरे नहीं उतर पाए। बंगलौर की पूरी टीम 19.2 ओवरों में 108 रन बनाकर आउट हो गई।

मुंबई इंडियंस के कप्तान हरभजन सिंह को मैन ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड दिया गया। जबकि मैन ऑफ़ द सिरीज़ का पुरस्कार लसिथ मलिंगा को मिला। सबसे ज़्यादा विकेट लेने का ख़िताब भी मलिंगा को ही दिया गया।

जब चैम्पियंस लीग शुरु हुई थी तो मुंबई इंडियंस को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे क्योंकि टीम में सचिन नहीं थे और न ही रोहित शर्मा और मुनाफ़ पटेल पर हरभजन के नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों ने फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया।

फ़ाइनल में मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया लेकिन शुरुआत अच्छी नहीं रही। बल्ज़िर्ड दूसरे ही ओवर में रन आउट हो गए तो चौथे ओवर में सरुल कंवर भी 13 रन बनाकर चलते बने।

इसके बाद अंबाती रायडू और जेम्स फ़्रेंकलिन ने पारी संभालने की कोशिश की। रायडू जमते नज़र आ रहे थे लेकिन 10वें ओवर में राजू भटकल ने उन्हें 22 पर आउट कर दिया।

कुल 105 के स्कोर पर मुंबई की चौथी विकेट गिरी सूर्यकुमार यादव के रूप में। बल्ज़िर्ड के बाद रन आउट होने वाले सूर्यकुमार मुंबई के दूसरे खिलाड़ी बने। अगले ही ओवर (15वें) में जेम्स फ्रेंकलिन भी रन आउट हो गए।

फ़्रेंकलिन एकमात्र खिलाड़ी थे जो मुंबई की ओर से संभल कर अच्छी पारी खेल रहे थे। उन्होंने 29 गेंदों में 41 रन बनाए। उस समय मुंबई का स्कोर था 108 रन।

इसके बाद तो बल्लेबाज़ों के आने और जाने का सिलसिला सा बन गया। हालांकि मलिंगा ने अंतिम क्षणों में अहम 16 रन जोड़े। पूरी मुंबई टीम 20 ओवरों में 139 रन बनाकर आउट हो गई। बंगलौर की ओर से राजू भटकल ने तीन विकेट लिए तो डेनियल विटोरी ने दो विकेट लिए।

बंगलौर की पारी

रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर की पारी की शुरुआत दिलशान और क्रिस गेल ने की। दिलशान ने कुछ अच्छे शॉट लगाए। पाँचवे ओवर में मलिंगा ने अपना कमाल दिखाते हुए सलामी बल्लेबाज़ तिलकरत्ने दिलशान को 27 रनों पर आउट कर दिया।

बंगलौर को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब तूफ़ानी बल्लेबाज़ क्रिस गेल हरभजन सिंह के गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। वे केवल पाँच रन बना सके। दिलशान और गेल के जाने से मुंबई इंडियंस के गेंदबाज़ों के हौसले काफ़ी बढ़ गए। मयंक अग्रवाल (14) और विराट कोहली (11 रन) भी सस्ते में ही निपट गए। उस समय बंगलौर का स्कोर था चार विकेट पर 73 रन।

मुंबई को नियमित समय पर विकेट मिलते गए जबकि बंगलौर के लिए रन रेट बढ़ता गया। अरुण कार्तिक खाता भी नहीं खोल पाए तो कैफ़ ने मात्र तीन रन जोड़े। विटोरी को हरभजन ने एक रन पर आउट कर दिया। अंतिम ओवरों में रन रेट करीब 15 प्रति ओवर पहुँच गया था।

18वें ओवर में अबू अहमद की गेंद पर सौरभ तिवारी के आउट होने के बाद तो बंगलौर की उम्मीदें ख़त्म हो गईं। बंगलौर की पूरी टीम 19.2 ओवरों में 108 रन बनाकर आउट हो गई। हरभजन सिंह ने तीन विकेट लिए तो मलिंगा और अबू अबमद की झोली में दो विकेट गए।

Cricket News inextlive from Cricket News Desk