- लाख रुपए के प्लान के बाद भी नहीं सुधरी व्यवस्था

-कई वार्ड में नहीं हुए डवलपमेंट प्लान पर अमल

GORAKHPUR: नगर निगम के वार्ड हरिओम नगर और बिंदवासिनी नगर का वीआईपी एरिया हमेशा चमचमाता हुआ दिखता है। इस एरिया के लोगों को सड़क, बिजली पानी-साफ-सफाई और अन्य समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। लेकिन केवल वीआईपी एरिया को देख कर पूरे वार्ड के चकाचक होने का अंदाजा लगा लेना गलत होगा। क्योंकि नगर निगम के डेवलपमेंट की हकीकत वीआईपी एरिया से दूर अन्य वार्डो में छिपी है। जो डेवलपमेंट से कोसों दूर है। हालत ये है कि इन वार्डो के डवलपमेंट का तो कोई प्लानिंग ही नहीं है। जबकि शहर के इन वार्डो की प्रॉब्लम किसी से छुपी नहीं है।

काफी समय से डेवलपमेंट का इंतजार

जंगलसालीक राम, अलहदादपुर, महुई सुधरपुर, शिवपुर सहबाजगंज, शक्ति नगर, बिछिया, जंगल तुलसीराम समेत कई वार्ड का लास्ट एरिया जो डवलपमेंट के मामले में काफी पीछे हैं। जहां पिछले कई सालों से आज तक विकास नहीं हो सका है। पार्षद आलोक सिंह विशेन का कहना है कि पिछले कई साल से वार्ड के कई प्रमुख एरिया की सड़कें नहीं बनी हैं।

इन गलियों में पैदल चलना मुश्किल

मानस बिहार कॉलोनी, अलहदादपुर, महुई सुधरपुर, झरना टोलाख् जनप्रिय विहार, जंगल तुलसीराम पूर्वी खटीक टोला, नरसिंहपुर, माधोपुर और कृष्णा नगर की गलियों बहुत ही बदहाल है। इन गलियों से पैदल चलना भी मुश्किल है। पब्लिक की ओर से काफी दिनों से इंटरलॉकिंग कराए जाने की मांग चल रही है। नालियां फट गई हैं जिसकी वजह से नाली का पानी सड़क पर बहता है।

संक्रामक बीमारियों का खतरा

बाहरी वार्डो में सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह से फेल हो चुकी है। इससे संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। अंदर का इलाका काफी पिछड़ा हुआ है। यहां नाली बजबजाती है। कूड़ा पड़ा रहता है। पार्षद का कहना है कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। मुकेश रस्तोगी से कई बार शिकायत की गई, लेकिन वे आश्वासन देते रहते हैं। वार्ड में आते ही नहीं हैं। सफाई कर्मचारी भी नहीं आते हैं। जिससे सफाई नहीं हो पाती है।

कोट

पुर्दिलपुर वार्ड नंबर 42 में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं हैं। पार्षद और नगर निगम के अफसरों से इसकी शिकायत की जाती है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अभी भी वार्ड विकास के मामले में पिछड़ा है।

प्रवीण कुमार श्रीवास्तव

शहर के मुख्य वार्डो में सफाई व्यवस्था चकाचक है लेकिन अभी भी बाहरी एरिया के वार्ड पिछड़े हुए हैं। वहां की सड़के पूरी तरह से टूट चुकी है। नालियां भी चोक पर है। नगर निगम को इन वार्डो पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

अनिता

अलहदादपुर वार्ड नंबर 55 में गंदगी का अंबार है। सफाई कर्मचारी दिखाई नहीं देते हैं। सड़के पूरी तरह से टूट चुकी हैं और नालियां चोक पर हैं। जिसकी वजह से संक्रामक रोग का खतरा बना रहता है।

आलम गिर

शक्ति नगर वार्ड नंबर 37 में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। पब्लिक को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में पार्षद द्वारा नगर आयुक्त को पत्र भी दिया जा चुका है लेकिन इसका समाधान आज तक नहीं हो सका।

अजय दूबे

मेरा वार्ड पूरी तरह से पिछड़ा हुआ है। क्योंकि मलिन बस्ती बाहुल्य वार्ड है। काम तो केवल वीआईपी एरिया में होता है। डेवलपमेंट के लिए करीब एक करोड़ से अधिक का प्लान और प्रस्ताव बनाकर भेजा। जिसे कूड़े में डाल दिया गया। हमारी फाइल को यह कहकर किनारे कर दिया जाता है कि बजट नहीं है।

अनिल सिंह, पार्षद प्रतिनिधि जंगल सालीकराम वार्ड-28

शक्तिनगर वार्ड नंबर 37 में अभी तक एक पैसे का काम नहीं हो पाया है। सीवर लाइन न होने की वजह से आज भी इलाके के लोग जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। नगर आयुक्त से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

आलोक सिंह विशेन, पार्षद शक्तिनगर वार्ड 37

सिविल लाइन प्रथम एरिया में कूड़ा कलेक्शन का कार्य नहीं हो पा रहा है। साथ ही पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है। कई बार जलकल को पत्र लिखा गया। जिम्मेदार बिजली कनेक्शन का हवाला देकर पल्ला झाड़ दे रहे हैं।

अजय सिंह, वार्ड 69 सिविल लाइन प्रथम