बनियान से चिपकाई गई इलेक्ट्रानिक डिवाइस में लगा था कैमरा

रेलवे की विजिलेंस टीम ने पकड़ा, इलाहाबाद में सातवां मामला

ALLAHABAD: आरआरबी के आनलाइन एग्जाम में साल्वर गैंग की सेंधमारी का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि शनिवार को एक सेंटर पर मुन्ना भाई पकड़ा गया, जो बनियान से इलेक्ट्रानिक डिवाइस अटैच करके पहुंचा था। वायर के साथ अटैच मिनी स्पीकर के थ्रू बात करते हुए पेपर सॉल्व कर रहा था। उसे रेलवे की विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ पकड़ा और आनलाइन एग्जाम से बेदखल करके छोड़ दिया।

तीस सेंटर्स पर चल रहा एग्जाम

आरआरबी के आनलाइन एग्जाम के लिए शहर में 30 सेंटर बनाए गए हैं। सिविल लाइंस एरिया में डीआरएम ऑफिस के पास स्थित स्प्लैश इंटर प्राइजेज भी इसमें शामिल है। यहां पिछले एक महीने से आनलाइन एग्जाम चल रहा है। शनिवार को भी इस सेंटर पर आनलाइन एग्जाम की प्रक्रिया चल रही थी। फ‌र्स्ट पाली में सब कुछ नार्मल रहा। सेकेंड शिफ्ट के एग्जाम के दौरान सेंटर पर आनलाइन एग्जाम दे रहे एक कैंडिडेट्स पर जाकर विजिलेंस टीम की नजर टिक गई।

माइक्रोफोन के थ्रू कर रहा था बात

आनलाइन एग्जाम में साल्वर गैंग की सेंधमारी के बाद रेलवे ने सेंटर्स की सुरक्षा बढ़ा दी है। एसटीएफ के साथ ही विजिलेंस को भी सतर्कता के साथ जांच का आदेश दिया गया है। पूरी मुस्तैदी के साथ जांच में जुटी रेलवे विजिलेंस की टीम की नजर सेंटर के एक कैंडिडेट पर पड़ी जो अजीब हरकत कर रहा था, कुछ भुनभुना रहा था। शक होने पर जब कैंडिडेट्स की जांच की गई तो विजिलेंस टीम की आंखें खुली की खुली रह गई। कैंडिडेट्स माइक्रोफोन के थ्रू कहीं बात करते हुए पेपर सॉल्व कर रहा था। उसके कपड़े उतार कर जब चेकिंग की गई तो उसके बनियान में कई तार और डिवाइस लगे हुए मिले। उसने अपने बनियान को इलेक्ट्रानिक डिवाइस बना रखा था। जिसमें वायर, सिम कार्ड इलेक्ट्रानिक डिवाइस से जुड़े हुए थे और वह बात कर रहा था। मिनी स्पीकर भी लगा हुआ था।

सवालों के घेरे में कार्रवाई

पकड़े गए मुन्नाभाई का एग्जाम कैंसिल कर उसे छोड़ दिया गया

उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई और न ही उसे पुलिस को सौंपा गया

उसने इलेक्ट्रानिक डिवाइस बनाया या फिर कहीं से खरीदा?

वह किससे बात कर रहा था?

इसके पीछे कोई गिरोह तो सक्रिय इसकी जानकारी नहीं है?

डीआरएम ऑफिस के पास स्थित स्प्लैश इंटरप्राइजेज से मुन्नाभाई को विजिलेंस टीम द्वारा पकड़ा गया है। जिसका कैंडिडेटर रद्द कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई की जाएगी।

विजय कुमार

सीपीआरओ, एनसीआर