01

लाख स्क्वायर फिट में तैयार किया गया है कथा का पंडाल

50

फिट के गेट के साथ कथा पंडाल में प्रवेश के लिए बनाए गए है चार प्रवेश द्वार

25

हजार लोगों के कथा स्थल पर बैठने की है व्यवस्था

50

नि:शुल्क विशेष नाववीआईपी घाट के बगल से कथा स्थल तक पहुंचने के लिए चलाई गई

10

निशुल्क बसों का प्रतिदिन होगा संचालन, श्रद्धालुओं के कथा स्थल तक पहुंचने के लिए।

2500

लोगों के रुकने के लिए कथा पंडाल के पास ही की गई है व्यवस्था

5000

लोगों के रहने के लिए सिटी के 100 होटलों की गई है व्यवस्था

29

फरवरी को शाम 4 से 7 बजे तक होगी कथा

01

मार्च से सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक होगी कथा

01

लाख लोगों के नि:शुल्क भोजन की प्रतिदिन रहेगी व्यवस्था कथा स्थल पर

अरैल में संगम किनारे आज से बहेगी रामकथा की रसधारा

मोरारी बाबू के रहने के लिए खास तौर पर तैयार कराया गया है हाउस बोट

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: संगम की रेती पर भक्ति की पवित्र रसधारा बहने की शुरुआत शनिवार से हो रही है। संगम के दूसरे छोर अरैल में मोरारी बाबू की राम कथा की शुरुआत 29 फरवरी से हो रही है। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। शुक्रवार की शाम मोरारी बाबू भी संगम नगरी प्रयागराज पहुंच गई। रामकथा के आयोजन के लिए कई दिनों से लगातार तैयारियां चल रही थी। ऐसे में पंडाल के साथ ही मोरारी बाबू के रहने वाले के लिए विशेष रूप से हाउसबोट तैयार कराया गया है। कैलास नाम के इस हाउस बोट में विशेष व्यवस्था की गई है। जहां मोरारी बाबू कथा के बाद निवास करेंगे।

कैलास में रहेगी खास व्यवस्था

हाउसबोट कैलास के नीचे फ्लोर में एक किचन और दो कमरे तैयार कराए गए हैं।

हाउस बोट पर ही डायनिंग एरिया भी डिजाइन किया गया है।

दूसरे फ्लोर पर मोरारी बाबू के रहने के कमरे के साथ ही वेदी भी रहेगी।

जिससे वह आसानी से वहां पर रह सके और भगवत आराधना कर सकें।

मोरारी बाबू के साथ ही वहां कुछ खास लोगों के रहने के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।

एक लाख स्क्वायर फिट में बना है पंडाल

मोरारी बाबू की रामकथा के लिए अरैल एरिया में एक लाख स्क्वायर फिट में पूरा पंडाल तैयार कराया गया है।

पंडाल पूरी तरह से वाटरप्रूफ बनाया गया है। प्रवेश के लिए किसी भी प्रकार पास या टिकट नहीं है।

कथा पंडाल में 50-50 फिट के चार प्रवेश द्वार बनाए गए है।

कथा पंडाल के अंदर रामकथा का श्रवण करने के लिए 25000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

इसके साथ ही पंडाल में दिव्यांगजनों के बैठने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।

पार्किंग से दिव्यांगों के लिए चलेगा ई रिक्शा

रामकथा के आयोजक मंडल में शामिल नितिन अमेटा ने बताया कि दिव्यांग भक्तों के लिए कथा स्थल से दूरी पर बने पार्किंग स्थल से कथा पंडाल तक पहुंचने के लिए ई रिक्शा की व्यवस्था की गई है। पंडाल में भी पहुंचने के लिए स्वयं सेवकों के द्वारा ई रिक्शा से उतारने और पंडाल में उनके बैठने के लिए निर्धारित स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। दूसरे शहरों और देशों से कथा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कथा स्थल पर 2500 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही सिटी में होटलों में पांच हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए कुल 100 होटल बुक किए गए हैं।

कथा के साथ कुमार विस्वास की रचनाओं की बहेगी रसधारा

मोरारी बाबू की राम कथा के साथ ही तीन दिन विशेष आयोजन किया जाएगा। इसमें एक मार्च को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें फेमस युवा कवि कुमार विस्वास, बुद्धि प्रकाश, गौरी मिश्रा और किरण जोशी जैसे कवि शामिल होंगे। इसके बाद 2 मार्च को अनिता मंगलदास डांस ग्रुप की ओर से कथक की प्रस्तुति और तीन मार्च को बलविंदर सिंह बल्लू के बासूरी वादन के कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।