CHAIBASA: चाईबासा से 25 किलोमीटर दूर रांगामाटी गांव में तीन लोगों ने मिलकर एक अधेड़ की डायन-भूत के शक में हत्या कर दी। हत्यारों ने अधेड़ को पहले गला दबाकर मार डाला। इसके बाद टांगी से उसके दोनों पैर काट कर कमर से अलग कर दिया। फिर पैरों को चार टुकड़ों में काटकर डैम में बहा दिया। ऊपर के शरीर को गांव से कुछ दूरी पर अवस्थित किमसी पहाड़ पर फेंक दिया। मुफ्फिसल पुलिस ने इस हत्याकांड के एक आरोपित को गुरुवार को गिरफ्तार किया। उसके बाद इस हत्याकांड का खुलासा हुआ। मृतक का नाम सालुका सुंडी (50 वर्ष) है। इस हत्याकांड में रांगामाटी गांव के ही बिरसा जोंको, प्रधान पुरती और दुला पुरती शामिल हैं। बिरसा जोंको पुलिस की गिरफ्त में है। प्रधान व दुला फरार हैं।

17 सितंबर को घर से निकला था

खूंटपानी प्रखंड के रांगामाटी गांव की पिटू सुंडी (42 वर्ष) ने बताया कि उसका पति सालुका सुंडी 17 सितंबर को घर से चावल लाने के लिए शाम करीब 4.30 बजे निकला था। रात में घर नहीं लौटा। अगले दिन सुबह उसकी खोजबीन की। गांव वालों से भी पूछा मगर किसी को कोई जानकारी नहीं थी। इस क्रम में बाइदा मोड़ के पास पहुंचने पर चावल बिखरा हुआ देखा। खून के धब्बे भी नजर आए। इससे अनहोनी की आशंका हुई। गांव जाकर मुंडा को बताया। पूछाताछ के क्रम में गांव के ही बिरसा जोंको, प्रधान पुरती और दुला पुरती से भी पति के बारे में पूछा। तीनों को देखने से लग रहा था कि रात भर सोये नहीं हैं। इस वजह से उन पर शक हुआ मगर वो लोग अनजान बनकर गांव से फरार हो गए। इसके बाद मुफ्फसिल थाना में अपहरण के बाद हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई।

शक में ले ली जान

मुफ्फसिल थाना प्रभारी दिगविजय सिंह ने बताया कि हत्यारोपितों में से एक प्रधान पुरच्ी का बच्चा काफी दिनों से बीमार था। उसे शक था कि सालुका डायन-भूत विद्या जानता है। उसी की वच्ह से बच्चा बीमार हो रहा है। वहीं पांच साल पहले सेलाय और बिरसा जोंको के बीच मारपीट भी हुई थी। 17 सितंबर को तीनों ने मिलकर पहले प्रधान के घर पर पूजा-पाठ किया। इसके बाद शाम को बाइदा के पास सालुका को घेरकर हत्या कर दी। फिर टांगी से शरीर के दो टुकड़े कर दिए। पुलिस ने शरीर का ऊपरी हिस्सा पहाड़ी से बरामद कर लिया है। शरीर का शेष हिस्सा नदी में बहा देने की वजह से नहीं मिला। टांगी को बिरसा के घर से बरामद किया है।