- बिहार पुलिस ने गोरखपुर एसटीएफ से मांगा था सहयोग

- घटना में सुराग के लिए लगी है बॉर्डर के चार थानों की पुलिस

manish.mishra @inext.co.in

PATNA : राजदेव मर्डर में सिवान जेल के बाद अब निगाह यूपी के पूर्वाचल पर है। बिहार पुलिस को यूपी एसटीएफ ने कुछ ऐसा डाटा उपलब्ध कराया है जो बड़ा राजफाश कर सकता है। प्रदेश के चार थानों की पुलिस टीम को इसके लिए लगाया गया था जो यूपी एसटीएफ के सम्पर्क में बनी है। उम्मीद पत्रकार हत्याकांड में बड़े गुडवर्क के साथ बाहुबली शहाबुद्दीन से जुड़े बड़ा खुलासा की है। अफसर तहकीकात पूरी होने तक मुंह खोलने से कतरा रहे हैं। जबकि, यूपी से जुड़े पुलिस के भरोसेमंद सूत्रों ने बड़े खुलासे के संकेत दिए हैं।

यूपी तक फैला है शहाबुद्दीन का नेटवर्क

पत्रकार हत्याकांड के बाद एक बार फिर निशाने पर आए पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का नेटवर्क बिहार के साथ अंतर राष्ट्रीय स्तर पर है। उत्तर प्रदेश की नेपाल सीमा पर शूटरों की सक्रियता एक बार फिर उजागर हुई है। पुलिस ने घटना में उपेंद्र सिंह को जब रिमांड पर लिया तो वह कई ऐसे राज उगला जो चौंकाने वाले है। सूत्रों की मानें तो घटना में बिहार के कई शूुटरों का लोकेशन पूर्वाचल में मिला है। आशंका है कि वह यूपी बॉर्डर से नेपाल सीमा में प्रवेश कर गए हैं।

क्00 किमी के दायरे में राज छिपा

सिवान से यूपी बॉर्डर में प्रवेश करने का कई रास्ता है। मुख्य मार्ग से लेकर अन्य कई रास्ते हैं जो बॉर्डर को ले जाते हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो सिवान से गोरखपुर की दूरी लगभग क्00 किलोमीटर है और इसी के बीच बड़ा गहरा रहस्य है। ऐसे क्लू हैं जो शूटरों के नेटवर्क के साथ यूपी कनेक्शन भी खोल सकते हैं।

खुल सकती है यूपी की घटनाएं

पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिन अपराधियों की तलाश है उसमें कई ऐसे है जो यूपी में हुई घटनाओं में भी शामिल रहे हैं। अपराधियों का ट्रे़ंड रहा है कि वह घटना को अंजाम देने के बाद यूपी के रास्ते ही नेपाल जाते हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण आसान खुली सीमा है। नेपाल पहुंचने के लिए उन्हें कम समय लगता है जबकि बिहार के रास्ते नेपाल जाने में पकड़े जाने का डर रहता है।

ऐसे में थोड़ी सा सफर तय करने पर अपराधी सीधा यूपी पहुंच रहे हैं। यूपी एसटीएफ से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बिहार पुलिस की सिवान, मैरवा और गुठनी थाना की पुलिस ने सम्पर्क साधा था। जो भी डाटा मांगा गया था उसे उपलब्ध करा दिया गया है। आगे जैसा सहयोग चाहिए एसटीएफ देने को तैयार है। क्योंकि अपराधियों की गिरफ्त से दोनों प्रदेश को लाभ होगा।