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लड़की से मिलने के चक्कर में संडे को अपमानित हुआ था आरोपित, चोरी की नीयत से घुसने की दी गयी थी तहरीर

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दोस्ती का रंग बेहद चटख था। साथ घूमना फिरना, खाना-पीना सब होता था। एक दोस्त ने दूसरे के पड़ोस में रहने वाली लड़की के घर में घुसने की हिमाकत कर दी। बहन-बेटी की सुरक्षा का मामला आया तो दोस्त ही साथी के खिलाफ खड़ा हो गया। गलती करने वाले दोस्त को पुलिस को सौंप दिया गया। आरोप लगाया गया कि वह चोरी की नीयत से घुसा था। इससे अपमानित महसूस कर रहे दोस्त ने चौकी में ही चेतावनी दी थी कि 48 घंटे के भीतर इसका बदला लेगा। उसने इसे कर भी दिखाया। साथी को घर से बुलाकर ले गया और गोली मारकर हत्या कर दी। घटना से अफसर सन्नाटे में आ गये। एसएसपी, एसपी यमुनापार समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंच गये। बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में भी पुलिस को मशक्कत करनी पड़ गयी। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है।

तीन गोलियां उतार दी सीने में

मृतक का नाम शिवम कुमार पांडेय था। वह मूल रूप से मांडा एरिया के अछोला का रहने वाला था। उसके पिता विनोद कुमार पांडेय मुंबई में ट्रांसपोर्ट बिजनेस में इनवाल्व में है। शिवम तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था। बड़ी बहन नीतू पाण्डेय की शादी हो चुकी है। शिवम अपने दिव्यांग बड़े भाई विवेक एवं मां सुधा के साथ गांव में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। घटना मंगलवार की सुबह घटी। उसे मेजा एरिया के गेदुरही में नहर के पास गोली कर दी गयी। घटना में दो लोगों के इनवाल्व होने की बात सामने आयी है। बदमाशों ने शिवम को तीन गोलियां मारी थीं। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश भाग निकले। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया है। समाचार लिखे जाने के समय तक किसी की गिरफ्तारी या हिरासत में लिये जाने की सूचना नहीं थी।

गौरव घर से बुलाकर ले गया शिवम को

मंगलवार की सुबह शिवम अपने घर पर ही थी। चाचा निर्मल पाण्डेय ने बताया कि मंगलवार की सुबह डिघिया निवासी गौरव मिश्रा बाइक से उनके घर पहुंचा था। कुछ देर तक दोनों ने बात की और फिर वह उसे अपने साथ लेकर चला गया। इसके बाद सूचना आयी कि शिवम की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। सूचना मिलने पर इंसपेक्टर मेजा मनोज कुमार पाठक, सीओ सही राम आर्या फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दिन में एसएसपी, एसपी यमुनापार भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस को बतायी गयी स्टोरी के अनुसार गौरव के साथ निकले शिवम पाण्डेय को रास्ते में नीरज भी मिल गया। तीनो एक ही बाइक पर थे। स्पॉट के आसपास रहने वालों ने भी पुष्टि की कि उन्होंने एक बाइक पर सवार तीन लोगों को वहां देखा था। एक युवक ने रुमाल से चेहरा ढंक रखा था। स्पॉट पर उनकी हाथापाई हुई और फिर चेहरा ढंके युवक ने शिवम को गोली मार दी।

एक घटना से दुश्मनी में बदल गयी दोस्ती

मृतक शिवम पाण्डेय, मुख्य आरोपित नीरज मिश्रा और घटना के समय स्पॉट पर मौजूद बताये जा रहे गौरव मिश्रा क्लोज फ्रेंड बताये गये हैं। सभी का एक दूसरे के घर आना जाना रहता था। तीनों के परिवारवाले भी इस दोस्ती से पूरी तरह से वाकिब थे। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इन तीनों में बीच कभी इस कदर दरार पड़ सकती है कि कोई दूसरे की जान ले ले।

पड़ोसी के घर में पकड़ा गया था नीरज

नीरज और शिवम के बीच दुश्मनी की नींव बेसिकली संडे को ही पड़ी थी। इस रात शिवम के पड़ोस में रहने वाले दुर्गा प्रसाद दुबे के घर में किसी के जबरन घुस आने का हल्ला मचा था। इस पर शिवम भी मौके पर पहुंच गया था। सामने नीरज को देखकर वह सन्नाटे में आ गया था। आरोप लगा कि नीरज चोरी की नीयत से घुसा था। पुलिस सूत्रों का कहना था कि नीरज एक लड़की से मिलने के लिए पहुंचा था। इस पर गांव के लोगों ने नीरज को अपमानित किया था। शिवम भी इसमें शामिल था।

दोनों पक्षों की ओर से की गयी थी शिकायत

यह मामला पुलिस चौकी डिघिया तक भी पहुंचा था। चौकी इंचार्ज केके बाजपेयी को आरोपित नीरज पाण्डेय को सौंपकर चोरी की नीयत से घुसने का आरोप लगा था। दुर्गा प्रसाद दुबे ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर भी दी थी। इस पर एक दूसरा मुकदमा नीरज की तरफ से मांडा थाने में दर्ज कराया गया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि उसे रात में रोक कर मारपीट की गयी। नीरज ने रिपोर्ट में शिवम कुमार पांडेय और शुभम दुबे को नामजद किया था। पब्लिक द्वारा पकड़कर सौंपे जाने के बाद भी नीरज चौकी से छूट गया था। इसे लेकर चौकी इंचार्ज पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं।

चौकी में ही दी थी 48 घंटे में अंजाम भुगतने की चेतावनी

घटना के बाद मौके पर पहुंचे परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि नीरज ने चौकी में ही सबके सामने शिवम को 48 घंटे में मार देने की धमकी दी थी। इससे भी कम समय में शिवम की हत्या हो जाने से परिवार के सदस्य नाराज थे। उनका आरोप था कि हत्या के षड़यंत्र में चौकी पुलिस की भूमिका भी संदेह के दायरे में है। पब्लिक ने चौकी इंचार्ज के मंगलवार को अवकाश पर होने को भी हत्या के षड़यंत्र का हिस्सा बता दिया। पुलिस अफसरों ने पब्लिक की बात को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि इसकी जांच करायी जाएगी। जांच में आरोपों की पुष्टि हुई तो कार्रवाई की जाएगी।

आरोपितों की तलाश के लिए पुलिस टीम लगा दी गयी है। दो युवकों का नाम सामने आ रहा है। जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिये जाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। इन दोनों के गिरफ्तार होने के बाद ही असली मामला सामने आएगा।

सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज

एसएसपी प्रयागराज

दो दिन पहले आरोपित को मृतक ने एक पड़ोस के घर में पकड़े जाने पर अपमानित किया था। इसी को लेकर हत्या कर दिये जाने का आरोप लगाया गया है। पुलिस अपना काम कर रही है। आरोपितों के पकड़ में आने पर ही पूरे फैक्ट सामने आएंगे।

दीपेन्द्र चौधरी

एसपी, यमुनापार