- मामा ने लगाए आरोप, छोटे भाई की पत्नी के नाम मकान की वसीयत पर की हत्या

- बड़े बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ, आरोपित दोस्त की तलाश

फिरोजाबाद। उत्तर थाना क्षेत्र में छोटे भाई की पत्नी के नाम मकान की वसीयत करने और रुपये नहीं देने पर छोटे भाई के घर के बरामदे में सो रही मां का बड़े बेटे ने गला घोंट दिया। सुबह होने पर छोटे भाई की पत्नी के जागने पर घटना की जानकारी हुई। बहू की चींख सुनकर सुनकर आस-पास की महिलाएं और पुरुष मौके एकत्रित हो गए। मृतका के भाई ने बड़े भांजे और उसके दोस्त पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवा दिया। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।

उत्तर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी गली नंबर तीन निवासी 70 वर्षीय कश्मीरी देवी पत्नी बनवारी लाल राठौर पर दो पुत्र सिद्धार्थ और रामकिशन हैं। बड़ा बेटा शांतिनगर स्थित मकान में रहकर डीसीएम चलाता है, जबकि छोटा बेटा देवरिया में रहकर चूड़ी बेचता है। कश्मीरी देवी छोटे बेटे की पत्नी शोभा के साथ रहती थी। उन्होंने छह माह पूर्व शोभा के नाम मकान की वसीयत कर दी थी। जिसको लेकर बड़ा बेटा का मां से मनमुटाव हो गया। बुधवार की रात कश्मीरी देवी मकान में के बरामदे में लगे टिनशेड में चारपाई पर सो रही थी। गुरुवार सुबह पांच बजे शोभा भैंस को चारा डालने पहुंची। इस दौरान सास द्वारा आवाज नहीं देने पर उसे संदेह हुआ। उसने चादर हटाई तो सास को मृत पड़ा देख उसकी चीख निकल गई। चीख पुकार सुनकर आस-पास के महिलाओं और पुरुषों की भीड़ एकत्रित हो गई। कुछ समय बाद मृतका का बड़ा बेटा भी पहुंच गया। सूचना पर सीओ सिटी इंदूप्रभा सिंह मौके पर पहुंच गईं। पुलिस की पूछताछ में शोभा ने अपने जेठ पर संदेह जताया। पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया। इंस्पेक्टर केडी शर्मा ने बताया कि मृतका के भाई संजय ने सिद्धार्थ और उसके दोस्त मंगल सिंह के खिलाफ शक जताते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

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आए दिन करता था मारपीट

मृतका के भाई संजय ने बताया कि उसका छोटा भांजा चूड़ी के काम के चलते देवरिया में रहता है और कई महीनों में वापस आता है। बड़े भांजा सिद्धार्थ अपनी मां से मारपीट करता था। इसके चलते वह एक साल तक गांव में रही। वहां से आकर छोटी बहू के साथ रहती थी। सिद्धार्थ ने तीन साल पहले अपनी मां से दोस्त मंगल सिंह को 20 हजार रुपये ब्याज पर दिलवाए थे। पैसे मांगने पर पर धमकी देता था। वसीयत का पता लगने के बाद वह बौखला गया और घटना को अंजाम दे दिया।