एक मर्डर की इन्वेस्टिगेशन में दो का खुलासा

- सुपारी देकर पति अशोक ने ही अपने क्लासफेलो से कराया था कामना का मर्डर

- जिस रिश्तेदार युवक पर आरोप लगाए, उसका पिछले वर्ष ही करा दिया था मर्डर

- पुलिस एक मर्डर की जांच कर रही थी, आरोपी पकड़े तो हुआ दो का खुलासा

- सुपारी किलर दो भाई गिरफ्तार, दूसरी लाश की तलाश में राजस्थान पहुंची पुलिस

DEHRADUN: धर्मपुर के माता मन्दिर रोड पर 29-30 अगस्त की रात बुटीक चलाने वाली कामना रोहिल्ला का मर्डर उसी के पति अशोक उर्फ कपिल ने कराया था। कामना के चरित्र पर शक के चलते उसे दुनिया से ही अलविदा करने के लिए पति अशोक ने अपने स्कूल फ्रेंड मेरठ निवासी दीपक, उसके छोटे भाई गौरव और उनके दोस्त परवेज को पिछले वर्ष 2 लाख रुपए में मर्डर की सुपारी दी थी। साथ ही यह भी प्लान किया था कि कामना का मर्डर कर इल्जाम बुआ की देवरानी के बेटे रिंकू उर्फ अजय वर्मा पर डाल देंगे। रिंकू पहले भी मर्डर में जेल जा चुका था, ऐसे में पुलिस आसानी से यह मान लेगी। लेकिन रिंकू पुलिस के हाथ न लगे इसके लिए उसे पिछले वर्ष ही गौरव और परवेज नौकरी दिलाने के बहाने राजस्थान ले गए और वहीं मर्डर कर उसकी लाश जंगल में फेंक आए थे।

ंिरंकू के मर्डर के नौ माह बाद 29 अगस्त को अशोक के इशारे पर मेरठ से आकर दीपक के भाई गौरव ने कामना की गोली मारकर हत्या कर दी और किसी को शक न हो इसके लिए अशोक पर भी कमर के पास सटाकर फायर किया। पुलिस ने साजिश रचने वाले मेरठ के सरधना निवासी दीपक शर्मा और मर्डर करने वाले उसके छोटे भाई गौरव शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। पत्नी की हत्या के लिए सुपारी देने वाले अशोक रोहिल्लाको अभी अस्पताल से छुट्टी नहीं मिली, वह पुलिस कस्टडी में इंदिरेश अस्पताल में भर्ती है, एक अन्य आरोपी परवेज की तलाश चल रही है। दून सिटी पुलिस ने इस केस को खोलने में काफी मशक्कत की, ऐसे मे अफसरों ने टीम को इनाम देने की घोषणा भी की है।

शुरू से ही था अशोक पर संदेह

कामना के मर्डर की सूचना पर रात को मौके पर पहुंची पुलिस टीम को इस केस में पति अशोक की कमर के पास गोली का मामूली घाव होने पर पहले दिन से ही उस पर संदेह था। रिंकू उर्फ अजय वर्मा पर मर्डर का आरोप लगाकर अशोक आईसीयू में भर्ती हो गया। इधर, पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल जुटाई तो अशोक की पिछले दिनों करीबी दोस्त दीपक शर्मा पुत्र दिनेश शर्मा निवासी सरधना, मेरठ से कई बार बात हुई थी और देहरादून में उसका अक्सर आना जाना था। पुलिस सरधना, मेरठ पहुंची तो दीपक अपने घर नहीं मिला तथा उसका मोबाइल भी बंद होना पाया गया।

स्कूल फ्रेंड का छोटा भाई निकला हत्यारा

दीपक की सस्पेक्टेड एक्टिविटी पर पुलिस ने उसकी और परिवार की डिटेल टटोली तो पता चला दीपक का छोटा भाई गौरव कामना के मर्डर के दिन देहरादून आया और अगले दिन वापस मेरठ पहुंच गया। पुलिस को भी वह घर पर नहीं मिला और उसका भी मोबाइल बंद था। दबिश दी गयी तो वह भी अपने घर से गायब मिला तथा फ ोन भी लगातार बंद होना पाया गया। पुलिस का शक गहरा गया। दीपक व गौरव की तलाश में पुलिस ने दबिश दी। सूचना मिली की दोनों राजस्थान भागने की फि राक में हैं। जिस पर पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर उक्त दोनों को दोराला सरधना रोड मेरठ से टाटा विस्टा कार नंबर डीएल 3सी वीवी3879 के साथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार कामना के पति अशोक की थी, जिसे मर्डर के बाद गौरव देहरादून से लेकर गया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गौरव ने अशोक रोहिल्ला से फि रौती लेकर कामना का मर्डर किया था। गौरव की निशानदेही पर कार में से कामना रोहिल्ला के घर की सीसीटीवी डीवीआर व 15000 नकद बरामद किये गये।

जिस पर इल्जाम लगाया, उसका पहले ही मर्डर कर दिया

अशोक ने जिस रिंकू उर्फ अजय वर्मा पर कामना के मर्डर का इल्जाम लगाया था, उसे तो नौ माह पहले ही खत्म कर चुके थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि कामना के मर्डर की साजिश पिछले वर्ष रची गई थी। उसकी हत्या का इल्जाम पहले मर्डर में जेल जा चुके रिंकू उर्फ अजय वर्मा पर डालने की प्लानिंग बनाई गई। रिंकू पुलिस को न मिले, इसलिए उसे अशोक के इशारे पर गौरव अपने दोस्त परवेज उर्फ बसरू निवासी सरधना मेरठ के साथ नवम्बर 2018 में उसे नौकरी दिलाने राजस्थान ले गए और वहीं हत्या कर लाश चुरू-बीकानेर रोड पर सड़क से काफी दूर जंगल में फेंक आए थे। अब पुलिस रिंकू के शव का पता लगाने राजस्थान गई है। वहां के पुलिस ऑफिसर्स से भी बात की गई है।

अवैध रिश्तों और शक से मर्डर तक की कहानी

दीपक शर्मा ने बताया कि अशोक उर्फ कपिल उसका बचपन का दोस्त था। दोनों ने सरधना में साथ में पढ़ाई की थी। वर्ष 2008-09 में अशोक चकराता रोड पर पीसीओ पर काम करता था, वहां की एक लड़की से उसके संबंध थे। कामना उसी लड़की के भाई की मंगेतर थी। उस लड़की के जरिए अशोक कामना से मिला और से अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। कामना अपनी सगाई तोड़ अशोक के साथ रहने लगी। कुछ दिनों में अशोक का कामना से भी मन भर गया, लेकिन कामना की जिद के आगे उसे वर्ष 2014 में शादी करनी पड़ी। कामना ने माता मन्दिर रोड पर घर लेकर अपना बुटिक स्टार्ट किया, अशोक भी साथ रहने लगा। अशोक बेहद लालची है। कामना के चरित्र को लेकर उस पर शक करता था। जिस कारण दोनों के मध्य अक्सर मनमुटाव व विवाद रहता था। अशोक व कामना ने अपने कारोबार के लिये कई बैंकों से लोन तथा मॉर्केट में कई लोगों से लगभग 60 से 70 लाख रुपये उधार लिए थे। अशोक पर उधार का बोझ बढ़ता गया। इस बीच कामना की पहचान आयुष नामक फ ाइनेंसर से हुई और नजदीकियां बढ़ने से उसका अक्सर कामना के घर आना-जाना हो गया। इस पर अशोक ने अपने बचपन के दोस्त दीपक के साथ मिलकर कामना को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। कामना के मर्डर में फंसाने के लिए पहले रिंकू का मर्डर किया गया। फिर कामना का, लेकिन आखिरी साजिशों का यह खेल कब तक चलता, पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।