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PRAYAGRAJ: प्रेम विवाह करने वाली माला देवी और उसकी छह महीने की मासूम बेटी को मौत के घाट उतार दिया गया. मायकेवालों के पहुंचने से पहले तक पुलिस और ससुराल पक्ष के लोग इसे आत्महत्या बताते रहे. मायकेवालों के पहुंचने के बाद मामला पलट गया. उन्होंने दहेज के लिए उत्पीड़न और हत्या की तहरीर दी तो मजबूरन पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी. इसमें पति, सास, ससुर, जेठ, जेठानी, देवरानी व देवर को नामजद किया गया है. दोनो की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

एक भी आरोपित गिरफ्तार नहीं
औद्योगिक एरिया के पिपरांव निवासी मूलचंद्र निषाद ने बेटी माला की शादी बलुआ गांव के रामेश्वर प्रसाद से की थी. बताया गया कि दोनों में अफेयर था इसे दोनों परिवारों ने रजामंदी दे दी थी. करीब चार साल पहले हुई शादी में उसने हैसियत के मुताबिक दान दहेज भी दिया. छह माह पूर्व माला ने एक बेटी को जन्म दिया. बेटी पैदा होने पर माला और भी खुश रहने लगी. बताते हैं कि सोमवार रात वह अपने कमरे में बेटी के साथ सो रही थी. मंगलवार सुबह हुई तो ससुराल वाले चीखने चिल्लाने लगे. कहना था कि बेटी का गला रेत कर माला ने भी सुसाइड कर लिया है. मेजा स्थित ससुराल में हुई इस घटना की जानकारी से आसपास के लोग भी सन्न रह गये. सभी भागकर मौके पर पहुंचे. माला का शव बिस्तर पर सीधे पड़ा था. छह माह की मासूम बेटी का शव उसके सीने पर पड़ा था. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि ऐसा लग रहा था जैसे वह मासूम को सीने पर लेटकर सो रही हो. खबर मिलने पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ शुरू की. थोड़ी देर बाद मेजा पुलिस भी ससुरालियों की जुबान बोलने लगी. पुलिस बता रही थी कि बेटी की हत्या कर वह खुद सुसाइड कर ली.

नकद व बाइक की कर रहे थे मांग
जानकारी होते ही पहुंचे माला के मायकेवालों ने इसे दहेज हत्या का मामला बता दिया. पिता मूलचंद्र निषाद ने पुलिस को दहेज हत्या की तहरीर दी. आरोप लगाया कि बेटी के ससुराल वाले 50 हजार रुपए व एक बाइक की मांग कर रहे थे. मांग पूरी न होने पर आए दिन वे उसे मारा पीटा करते थे. उसकी तहरीर पर पुलिस ने दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर लिया है. देर शाम तक मामले में पुलिस ने किसी एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया था.

ससुराल वाले बेटी की हत्या कर महिला द्वारा सुसाइड की बात कह रहे हैं. पिता ने दहेज हत्या की तहरीर दी है. रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है. उसका पति दो दिन से बहन के यहां मीरजापुर गया है. उससे पूछताछ के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है.

मनोज कुमार पाठक,

एसओ, मेजा