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-हिस्ट्रीशीटर नीजर वाल्मिकी हत्याकांड में शामिल चार हत्यारे गिरफ्तार

-नैनी जेल में बंद के दौरान नीरज व रानू के बीच हुआ था विवाद

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PRAYAGRAJ: कैंट अंर्तगत आकाशवाणी के सामने बीते दिनों हिस्ट्रीशीटर नीरज वाल्मिकी हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। क्राइम ब्रांच और कैंट पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल विकास तिवारी, सनाउल्ला उर्फ रानू, संजय यादव व सोनू कुमार भारतीय को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तीन पिस्टल, पांच देशी बम, एक बाइक बरामद की है। वहीं हत्यारों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी नितिन तिवारी ने चारों अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश किया। जहां सनाउल्ला उर्फ रानू ने बताया कि उसने यह हत्या बेइज्जती का बदला लेने के इरादे से की थी।

धाक बनाना चाहते थे दोनों

पुलिस लाइंस में खुलासा करते हुए एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया

-नीरज वाल्मिकी और सनाउल्ला उर्फ रानू दोनों नैनी जेल में एक ही बैरक में बंद थे।

-उस दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर पहले कहासुनी हुई। फिर दोनों के बीच विवाद हुआ।

-दोनों अपराध जगत में अपनी धाक बनाना चाहते थे। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ।

-सनाउल्ला उर्फ रानू ने बताया कि जेल में बंद के दौरान नीरज उस पर आए दिन रौब दिखाता था।

-इसी बात से नाराज रानू नीरज से ईष्र्या रखने लगा।

-कुछ माह पूर्व ही नीरज और रानू जेल से बाहर आए थे।

-रानू को लगातार डर सता रहा था कि कहीं नीरज उसकी हत्या न करा दें।

-यह डर उसने साथी विकास तिवारी, संजय यादव व सोनू भारतीय को बताई।

-इसके बाद सभी ने मिलकर नीरज वाल्मिकी की हत्या करने की योजना बनाई।

कर रहे थे रेकी

पुलिस की पूछताछ में सनाउल्ला उर्फ रानू ने बताया कि वह नीरज की काफी दिनों से रेकी कर रहा था। इस दौरान उसने पता चला कि नीरज वाल्मिकी ने आकाशवाणी के सामने दुर्गा पूजा पांडाल सजवाया है। रोज वह पांडाल में जाता है। पांडाल में रहने के दौरान वह अपने पास असलहा नहीं रखता। यह जानकारी होते ही उसकी हत्या की योजना बनाते हुए घटना को अंजाम दिया गया। रानू ने बताया कि उसकी योजना पांडाल के बाहर मारने की थी। मगर घटना वाले दिन जब उससे पांडाल में जाकर हाथ मिलाया और बाहर आने के लिए कहा, तभी उसे कुछ शक हो गया। जब विकास तिवारी ने उस पर पिस्टल तानकर फायर करना चाहा तो उसने विकास को झपट्टा मारकर पकड़ना चाहा, इतने पर हम सभी ने उस पर एक के बाद एक फायरिंग करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया।

रानू घायल न होता तो छोड़ देते शहर

उधर फायरिंग के साथ ही जैसे बमबाजी की गई। जिस पर रानू नीरज के बगल गिर पड़ा और ताबड़तोड़ फायरिंग की चपेट में आने पर उसे भी एक गोली लगी। जिससे वह घायल हो गया। इस पर अन्य साथियों ने एक बार फिर फायरिंग करते हुए रानू को किसी तरह उठाकर बाइक पर बैठाया और फरार हो गए। एसएसपी ने बताया कि सभी वाराणसी भागने की फिराक में थे। मगर रानू के घायल होने की वजह से भाग नहीं सके और पुलिस ने सभी को पकड़ लिया।

संदिग्ध को उठाया तो हुआ खुलासा

एसएसपी ने बताया कि इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने एक संदिग्ध को उठाया, पूछताछ में उसने अपने को बेगुनाह बताया, मगर जब उसे हत्याकांड की वीडियो फुटेज दिखाई गई। तो उसने करैली निवासी सनाउल्ला उर्फ रानू की पहचान की। इसके बाद पुलिस एक के बाद पुलिस को लिंक मिलता गया और अंत में हत्यारों तक पहुंचने में पुलिस को कामयाबी मिली। एसएसपी के मुताबिक विकास तिवारी पर धूमनगंज के अलावा फतेहपुर में कई मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा सनाउल्ला पर करेली, कीडगंज, नैनी व शाहगंज में, संजय यादव पर धूमनगंज व कैंट, सोनू कुमार भारतीय पर कैंट में दो मुकदमें दर्ज है।