- प्रधान का चचेरा भाई जख्मी, सिटी के हॉस्पिटल में एडमिट

- जमीनी विवाद की बात आ रही सामने, दो दिन पहले भी पिपरांव गया था प्रधान

- बॉडी छीन ले गए परिजन, औद्योगिक क्षेत्र में रोड जाम, आगजनी, पथराव

- कई थानों की फोर्स पहुंची मौके पर, देर रात तक नहीं दर्ज हुई थी एफआईआर

ALLAHABAD: यमुनापार के औद्योगिक क्षेत्र पुलिस स्टेशन एरिया का पिपरांव गांव रविवार शाम ताबड़तोड़ फायरिंग से दहल गया। दो गुटों के बीच जमीन को लेकर हुए झगड़े में चटकहना के ग्राम प्रधान विजय तिवारी (42) और दूसरे पक्ष के संतोष सिंह उर्फ संतू (40) की मौत हो गई। गोलीबारी में प्रधान का चचेरा भाई विकास भी जख्मी हो गया। क्रास फायरिंग में दो लोगों के मौत की खबर मिलने के बाद दोनों पक्षों के लोग सड़क पर उतर आए। शव रखकर चक्का जाम करने के बाद पुलिस पर पथराव कर दिया। इतने पर भी लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ तो आगजनी शुरू कर दी गई। खबर पाकर आईजी बृजभूषण, डीआईजी भगवान स्वरूप, एसएसपी केएस इमेनुएल भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर धोखे से बुलाकर मारने का आरोप लगाया है। विवाद की जड़ में जमीन है।

शपथ लेने के बाद हुई वारदात

फायरिंग में मारे गए ग्राम प्रधान विजय तिवारी ने रविवार को ही शपथ ली थी। जिस संतोष सिंह से विवाद की बात की जा रही है, विजय तिवारी दो दिन पहले ही उसके घर गए थे। पुलिस के मुताबिक रविवार को चाका ब्लॉक में शपथ लेने के बाद विजय रविवार को अपने प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड के साथ गांव की ओर लौट रहे थे। साथ में चचेरा भाई विकास भी था। आरोप है कि विकास ने फोन करके पिपरांव गांव के संतोष उर्फ संतू को बुलाया। संतोष अपने भाई पवन के साथ बुलेट से प्लॉट पर पहुंचा। उधर विकास के पक्ष का कहना है कि संतोष ने फोन करके उनको बुलवाया था। कहासुनी के बाद पिस्टल, बंदूक से फायरिंग हुई। गोलियां ग्राम प्रधान विजय, विकास व विपक्षी संतोष को लगीं। संतोष की मौके पर ही मौत हो गई जबकि विजय को बाई का बाग स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में मृत घोषित कर दिया गया। विकास के दोनों बांह में गोलियां लगी हैं। वह प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट है।

छीन ले गए डेड बॉडी

विजय के परिजन बॉडी को प्राइवेट हॉस्पिटल से पुलिस से छीन ले गए। पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई और हॉस्पिटल के बाहर अफरातफरी का माहौल हो गया। उधर संतोष के परिजनों ने रामपुर में जाम लगा दिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे पत्थर लेकर दौड़ा लिया गया। भीड़ ने पुलिस चौकी को भी फूंकने की कोशिश की। भीड़ ने एक सिपाही की बाइक को तोड़ने के बाद आग के हवाले कर दिया। दो और बाइकें व गुमटियां भी फूंकी गई। विजय के समर्थकों ने चटकहना-महुआरी गांव के सामने रोड को जाम कर दिया। इसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी की गई। हालात को काबू में करने के लिए आरएएफ और पुलिस को बुलाना पड़ा। रात में हालात नार्मल हो गए थे। देर रात तक एफआईआर नहीं दर्ज हो सकी थी। पुलिस को मौके से उत्तर प्रदेश सरकार का बोर्ड लगी एक टवेरा मिली है। संतोष के पक्ष ने दो लाइसेंसी असलहे को छीनने का आरोप लगाया है।

दो दिन पहले ही दोनों के बीच पिपरांव गांव में मुलाकात हुई थी। फायरिंग की असल वजह का पता लगाया जा रहा है। पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी।

बृजभूषण, आइजी जोन