-मर्डर फालोअप

-क्राइम ब्रांच ने किया मर्डर केस का खुलासा, तीन अरेस्टेड

-प्रापर्टी के विवाद में हुई थी झड़प, 45 हजार रुपए का फंसा था मामला

-देख लेने की धमकी देने पर, कर दिया गोलियों से छलनी

<-मर्डर फालोअप

-क्राइम ब्रांच ने किया मर्डर केस का खुलासा, तीन अरेस्टेड

-प्रापर्टी के विवाद में हुई थी झड़प, ब्भ् हजार रुपए का फंसा था मामला

-देख लेने की धमकी देने पर, कर दिया गोलियों से छलनी

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: बीजेपी लीडर विमल कुमार पाण्डेय की हत्या करने के पीछे 'बत्तीस ग्रुप' का हाथ था। 45 हजार रुपए के विवाद में झड़प हुई थी। एक दूसरे को देख लेने की बात सामने आई तो 'बत्तीस ग्रुप' ने स्पॉट पर विमल को गोलियों से छलनी कर दिया। उसे पांच गोली मारी थी जिसमें तीन गोली उसे लगी थी। नैनी में हुए सनसनीखेज मर्डर केस का सैटरडे को क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया। पुलिस ने 'बत्तीस ग्रुप' के सरगना समेत तीन बदमाशों को पकड़ा है जबकि गैंग के आठ साथी अभी वांटेड हैं।

45 हजार रुपए का विवाद

एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि विमल पाण्डेय बीजेपी से जुड़ा था लेकिन साथ ही साथ वह प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। उसकी दोस्ती करुण उर्फ करन पाण्डेय के साथ थी। करुण नैनी का रहने वाला है। वैसे तो करण कानुपर स्थित एक मैनेजमेंट कालेज में जॉब करता है लेकिन वह नैनी एरिया में प्रापर्टी डीलिंग के काम में व्यस्त है। होली के पहले नैनी में एक प्लाट बिका था। उस प्लाट में विमल और करुण दोनों का कमिशन था। फाइनली विमल को 45 हजार रुपए करुण को देना था। होली के पहले रुपए देने की बात हुई थी लेकिन विमल नहीं दे सका। इस बात को लेकर उनमें हॉट टॉक हो चुकी थी।

10 मिनट रुको बताता हूं

पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि करुण ने विमल को सबक सिखाने की प्लानिंग की। उसने अपने साथी हिमांशु उर्फ बत्तीस से मिला और कुछ लड़कों को बुला लिया। विमल को उसके घर से बुलाकर समझाना था। सबक सिखाने के लिए बत्तीस पूरी तैयारी के साथ अपने साथियों को लेकर नैनी मेवा लाल बगिया में पहुंच गया। करुण के कहने पर नैनी का रहने वाला सोनू दुबे विमल को उसके घर से बुलाने पहुंचा। विमल सोनू के साथ मेवा लाल की बगिया में पहुंच गया। वहीं पर करुण अपने साथियों के साथ उसका इंतजार कर रहा था। जब दोनों आमने सामने हुए बात बिगड़ती चली गई। करुण विमल को धमकी देने लगा। मामला इतना बढ़ गया कि विमल ने कहा कि दस मिनट रुको तुम सबको बताता हूं।

गोलियों से भून डाला

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पकड़े गए आरोपी हिमांशु उर्फ बत्तीस ने बताया कि जब विमल धमकी देने लगा तो करुण के साथी ने चापड़ निकाल लिया। चापड़ देकर विमल वहां से भागने लगा। फिर करुण ने उस पर गोलियों की बौछार कर दी। पांच फायरिंग हुई थी। जिसमें तीन गोली विमल को लगी थी। दो गोली उसे चीरते हुए बाहर निकल गई थी और एक अंदर फंसी थी। गोली मारने के बाद हिमांशु उर्फ बत्तीस स्विफ्ट और करुण इंडिका कार से अपने साथियों के साथ भाग निकले थे। सोनू द्विवेदी अपने भाई की बाइक लेकर गया था जो स्पॉट पर पुलिस को मिली। मामले की जांच शुरू हुई और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने इस केस का वर्कआउट कर लिया। इस आपरेशन में क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी, एसआई राकेश सिंह, एसआई राकेश सिंह, ओम शंकर शुक्ला, कांस्टेबल प्रमोद, जुलकर नैन, रवि सेन, वेद प्रकाश, पवन सिंह, अभय, अशोक, शाबिर, दीपक, अभिषेक मिश्रा आदि शामिल रहे।

बाक्स

सब कुछ 32

हिमांशु बत्तीस के नाम से फेमस है। करीब चार-पांच साल पहले उसका नाम जरायम की दुनिया में आया और वह तेजी से हाईलाइटेड होता चला गया। सिविल लाइंस में एक पार्षद से उसकी लड़ाई हुई थी। उस वक्त हिमांशु बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। उसके बाद एसओजी ने हिमांशु को स्नैचिंग के आरोप में पकड़ा था। हिमांशु की दूसरी पहचान उसकी अपनी स्टाइल के कारण बनी। वह है उसकी 32 की पसंद। पांच साल में हिमांशु ने जितने भी मोबाइल नंबर यूज किए हैं सभी के लास्ट में 32 है। उसकी बाइक और कार का नंबर भी 32 है। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक अभी वह तीन नंबर यूज कर रहा है और सभी के लास्ट का नंबर 32 है। हिमांशु हमेशा ही 32 बोर का ही पिस्टल रखता है। प्रेस कांफ्रेंस में खुद हिमांशु ने बताया कि उसने सलोरी के रोहित तिवारी से दो पिस्टल लिया था। पुलिस अब रोहित को भी आरोपी बनाने की तैयारी में है।

अरेस्टेड

1-हिमांशु -हिमांशु बत्तीस के नाम से फेमस है। बीटेक करने के दौरान ही हिमांशु का नाम जरायम की दुनिया में आ गया था। हिमांशु के पास से पुलिस ने 32 बोर की पिस्टल, दो कारतूस, मारुति स्विफ्ट, दो मोबाइल जिसमें एक एप्पल का आई फोन और दूसरा नोकिया इ 90 है।

2-मनोज केसरवानी-कटरा का रहने वाला मनोज केसरवानी, प्रांजल उर्फ काला बम के नाम से फेमस है। ऐसा कहा जाता है कि काले रंग की पॉलीथिन में बम बनाकर वह चलाने में एक्सपर्ट है। मनोज ने खुद को हाई स्कूल का स्टूडेंट बताया। उसके पास से पुलिस ने 315 बोर का तमंचा और दो कारतूस बरामद किया है।

3-अंकित श्रीवास्तव-नैनी का रहने वाला अंकित कानुपर से एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। उसी कालेज में करुण भी कर्मचारी है। अंकित भी उस इंडिया कार को ड्राइव कर रहा था जिस पर बैठकर करुण नैनी पहुंचे थे। अंकित के पास से पुलिस ने अद्धी तमंचा और एक मोबाइल बरामद किया है।

<बीजेपी लीडर विमल कुमार पाण्डेय की हत्या करने के पीछे 'बत्तीस ग्रुप' का हाथ था। ब्भ् हजार रुपए के विवाद में झड़प हुई थी। एक दूसरे को देख लेने की बात सामने आई तो 'बत्तीस ग्रुप' ने स्पॉट पर विमल को गोलियों से छलनी कर दिया। उसे पांच गोली मारी थी जिसमें तीन गोली उसे लगी थी। नैनी में हुए सनसनीखेज मर्डर केस का सैटरडे को क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया। पुलिस ने 'बत्तीस ग्रुप' के सरगना समेत तीन बदमाशों को पकड़ा है जबकि गैंग के आठ साथी अभी वांटेड हैं।

ब्भ् हजार रुपए का विवाद

एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि विमल पाण्डेय बीजेपी से जुड़ा था लेकिन साथ ही साथ वह प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। उसकी दोस्ती करुण उर्फ करन पाण्डेय के साथ थी। करुण नैनी का रहने वाला है। वैसे तो करण कानुपर स्थित एक मैनेजमेंट कालेज में जॉब करता है लेकिन वह नैनी एरिया में प्रापर्टी डीलिंग के काम में व्यस्त है। होली के पहले नैनी में एक प्लाट बिका था। उस प्लाट में विमल और करुण दोनों का कमिशन था। फाइनली विमल को ब्भ् हजार रुपए करुण को देना था। होली के पहले रुपए देने की बात हुई थी लेकिन विमल नहीं दे सका। इस बात को लेकर उनमें हॉट टॉक हो चुकी थी।

क्0 मिनट रुको बताता हूं

पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि करुण ने विमल को सबक सिखाने की प्लानिंग की। उसने अपने साथी हिमांशु उर्फ बत्तीस से मिला और कुछ लड़कों को बुला लिया। विमल को उसके घर से बुलाकर समझाना था। सबक सिखाने के लिए बत्तीस पूरी तैयारी के साथ अपने साथियों को लेकर नैनी मेवा लाल बगिया में पहुंच गया। करुण के कहने पर नैनी का रहने वाला सोनू दुबे विमल को उसके घर से बुलाने पहुंचा। विमल सोनू के साथ मेवा लाल की बगिया में पहुंच गया। वहीं पर करुण अपने साथियों के साथ उसका इंतजार कर रहा था। जब दोनों आमने सामने हुए बात बिगड़ती चली गई। करुण विमल को धमकी देने लगा। मामला इतना बढ़ गया कि विमल ने कहा कि दस मिनट रुको तुम सबको बताता हूं।

गोलियों से भून डाला

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पकड़े गए आरोपी हिमांशु उर्फ बत्तीस ने बताया कि जब विमल धमकी देने लगा तो करुण के साथी ने चापड़ निकाल लिया। चापड़ देकर विमल वहां से भागने लगा। फिर करुण ने उस पर गोलियों की बौछार कर दी। पांच फायरिंग हुई थी। जिसमें तीन गोली विमल को लगी थी। दो गोली उसे चीरते हुए बाहर निकल गई थी और एक अंदर फंसी थी। गोली मारने के बाद हिमांशु उर्फ बत्तीस स्विफ्ट और करुण इंडिका कार से अपने साथियों के साथ भाग निकले थे। सोनू द्विवेदी अपने भाई की बाइक लेकर गया था जो स्पॉट पर पुलिस को मिली। मामले की जांच शुरू हुई और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने इस केस का वर्कआउट कर लिया। इस आपरेशन में क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी, एसआई राकेश सिंह, एसआई राकेश सिंह, ओम शंकर शुक्ला, कांस्टेबल प्रमोद, जुलकर नैन, रवि सेन, वेद प्रकाश, पवन सिंह, अभय, अशोक, शाबिर, दीपक, अभिषेक मिश्रा आदि शामिल रहे।

बाक्स

सब कुछ फ्ख्

हिमांशु बत्तीस के नाम से फेमस है। करीब चार-पांच साल पहले उसका नाम जरायम की दुनिया में आया और वह तेजी से हाईलाइटेड होता चला गया। सिविल लाइंस में एक पार्षद से उसकी लड़ाई हुई थी। उस वक्त हिमांशु बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। उसके बाद एसओजी ने हिमांशु को स्नैचिंग के आरोप में पकड़ा था। हिमांशु की दूसरी पहचान उसकी अपनी स्टाइल के कारण बनी। वह है उसकी फ्ख् की पसंद। पांच साल में हिमांशु ने जितने भी मोबाइल नंबर यूज किए हैं सभी के लास्ट में फ्ख् है। उसकी बाइक और कार का नंबर भी फ्ख् है। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक अभी वह तीन नंबर यूज कर रहा है और सभी के लास्ट का नंबर फ्ख् है। हिमांशु हमेशा ही फ्ख् बोर का ही पिस्टल रखता है। प्रेस कांफ्रेंस में खुद हिमांशु ने बताया कि उसने सलोरी के रोहित तिवारी से दो पिस्टल लिया था। पुलिस अब रोहित को भी आरोपी बनाने की तैयारी में है।

अरेस्टेड

क्-हिमांशु -हिमांशु बत्तीस के नाम से फेमस है। बीटेक करने के दौरान ही हिमांशु का नाम जरायम की दुनिया में आ गया था। हिमांशु के पास से पुलिस ने फ्ख् बोर की पिस्टल, दो कारतूस, मारुति स्विफ्ट, दो मोबाइल जिसमें एक एप्पल का आई फोन और दूसरा नोकिया इ 90 है।

ख्-मनोज केसरवानी-कटरा का रहने वाला मनोज केसरवानी, प्रांजल उर्फ काला बम के नाम से फेमस है। ऐसा कहा जाता है कि काले रंग की पॉलीथिन में बम बनाकर वह चलाने में एक्सपर्ट है। मनोज ने खुद को हाई स्कूल का स्टूडेंट बताया। उसके पास से पुलिस ने फ्क्भ् बोर का तमंचा और दो कारतूस बरामद किया है।

फ्-अंकित श्रीवास्तव-नैनी का रहने वाला अंकित कानुपर से एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। उसी कालेज में करुण भी कर्मचारी है। अंकित भी उस इंडिया कार को ड्राइव कर रहा था जिस पर बैठकर करुण नैनी पहुंचे थे। अंकित के पास से पुलिस ने अद्धी तमंचा और एक मोबाइल बरामद किया है।

वांटेड

क्-करुण उर्फ करन पाण्डेय -नैनी

ख्-विनोद मिश्रा उर्फ गुड्डू -नैनी

फ्-श्रवण राय -जार्जटाउन

ब्-रिंकू पाठक -एडीए कालोनी नैनी

भ्-मोंगली - मेंहदौरी

म्-जीतेन्द्र दीक्षित -चकिया

7-वेद दुबे -नैनी

8-सोनू दुबे - नैनी