-कानपुर कैंट से चर्चित सपा उम्मीदवार अतीक अहमद आज आ रहे कानपुर, धारा-144 लागू होने के बाद भी निकालेंगे जुलूस

-वसूली, हत्या, जमीन कब्जा करने के आरोपी 'बाहुबली' हाल ही में इलाहाबाद के एक एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में मारपीट के मामले में विवादों में

-'बाहुबली' की सम्पत्ति कुर्की करने वाला इंस्पेक्टर भी शहर में तैनात, बाहुबली ने ज्यादातर मुकदमे खत्म कराए, लेकिन अब भी 44 चल रहे

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यन्हृक्कक्त्र : कानपुर की कैंट विधानसभा सीट से सपा का टिकट हासिल करने वाले 'बाहुबली' पूर्व सांसद अतीक अहमद के बुधवार को नगर आगमन को लेकर सपाई उत्साहित हैं लेकिन प्रशासन उम्मीदवार की आपराधिक छवि को लेकर चिंतित है। सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट उनकी चिंता का कारण बना हुआ है? क्योंकि खुफिया की रिपोर्ट के मुताबिक बाहुबली के काफिले में 50 से ज्यादा गाडि़यां चलती हैं और अनगिनत असहले लेकर उनके गुर्गे चलते हैं। भले ही इलाहाबाद में हुई घटना के बाद खुद अतीक अहमद ने इश्तिहार देकर लोगों को मना किया है कि कोई भी असलहा लेकर नहीं आएगा। लेकिन कानपुर में 'बाहुबली' के सैकड़ों गुर्गे पहले से ही सक्रिय हो चुके हैं जोकि कानून-व्यवस्था के साथ-साथ पब्लिक के लिए भी बड़ी चुनौती हैं। उनके घर की कुर्की करने वाले पुलिस इंस्पेक्टर से आई नेक्स्ट ने बात कर जानी बाहुबली की हिस्ट्रीशीटआप भी पढि़ए पूरी 'हिस्ट्रीशीट'

44 पर चल रहा है ट्रायल

इंस्पेक्टर ने नाम न पब्लिश करने की शर्त पर बताया कि सपा प्रत्याशी 'बाहुबली' पूर्व सांसद अतीक अहमद पर 242 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इसमें हत्या, अपहरण, वसूली, जमीन पर कब्जा समेत अन्य संगीन धाराओं के मामले हैं। 'बाहुबली' की कुर्की करने वाले इंस्पेक्टर के मुताबिक बाहुबली ने अपने रसूख से ज्यादातर मामलों को या तो वादी को डरा-धमकाकर समझौता कर लिया या फिर गवाहों को धमकाकर अपने पक्ष में कर मुकदमा खत्म करा लिया है। इससे उन पर ज्यादातर मुकदमे खत्म हो गए हैं। लेकिन अब भी 44 मुकदमे चल रहे हैं जिसमें सबसे ज्यादा इलाहाबाद में दर्ज हैं। इसके अलावा अतीक के खिलाफ लखनऊ, कौशांबी और चित्रकूट के अलावा बिहार राज्य में भी मुकदमे चल रहे हैं।

विधायक की हत्या का आरोप

इंस्पेक्टर के मुताबिक 'बाहुबली' अतीक अहमद पर बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का मामला सबसे ज्यादा चर्चित है। राजू पाल 2004 में इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक का चुनाव जीते थे। उन्होंने अतीक के छोटे भाई अशरफ को चुनाव हराया था। इस सीट से पहले 'बाहुबली' अतीक विधायक थे, लेकिन उसके सांसद का चुनाव जीतने से यह सीट खाली हो गई थी। इस पर उन्होंने छोटे भाई को लड़ाया था, लेकिन उसको हार का मुंह देखना पड़ा। इसके कुछ महीने बाद 25 जनवरी 2005 को विधायक राजू की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें पुलिस ने तत्कालीन सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को आरोपी बनाया था।

दल-बदलू भी हैं बाहुबली

'बाहुबली' ने 1989 में विधानसभा चुनाव लड़कर जुर्म की दुनिया से राजनीति का सफर का शुरू किया था। 'बाहुबली' ने यह चुनाव जीतने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने पहले निर्दलीय चुनाव लड़ा फिर सपा की साइकिल पर सवार हो गए थे। इसके बाद उन्होंने 1999 में अपना दल का दामन थाम लिया, लेकिन उनको ज्यादा दिन यह पार्टी रास नहीं आई और दोबारा सपा में शामिल हो गए। 2005 में राजू पाल की हत्या में नाम सामने आने पर सपा मुखिया मुलायम सिंह ने अतीक को पार्टी से हटा दिया था, लेकिन इसके बाद अतीक दोबारा से सपा में शामिल हो गए।

ईनामी सांसद बन गए अतीक

'बाहुबली' की कुर्की करने वाले इंस्पेक्टर के मुताबिक विधायक राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद पुलिस के हत्थे नहीं लगे। वो भाई समेत फरार हो गए। उनकी गिरफ्तारी न होने पर पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई करते हुए बाहुबली पर बीस हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया था। इंस्पेक्टर के मुताबिक उनकी करोड़ों रुपए की चल और अचल सम्पत्ति को कुर्क कर सीज कर दिया था। जिसे छुड़ाने के लिए 'बाहुबली' अभी कोर्ट में पैरवी कर रहे हैं। पुलिस ने दिल्ली के पीतमपुरा से बाहुबली को गिरफ्तार किया था।

अतीक अहमद से अतीक चकिया

इंस्पेक्टर ने बताया कि 'बाहुबली' अतीक अहमद को अतीक चकिया भी कहा जाता है। अतीक मूलरूप से धूमनगंज थानाक्षेत्र स्थित कसारी-मसारी गांव के निवासी हैं। उनके पिता फिरोदे अहमद दूध का काम करते थे। अतीक ने भी पहले दूध का काम किया था। इसके बाद उन्होंने ट्रैक्टर खरीदकर मिट्टी खनन का काम शुरू किया। इसी दौरान उनकी मुलाकात रेलवे के एक ठेकेदार से हो गई। वो ठेकेदार के लिए ट्रैक्टर पर स्क्रैप ढोने लगे। कुछ दिन बाद वो रेलवे की ठेकेदारी में कूद गए और आरोप है कि फिर जमीन कब्जा करने का गोरखधंधे से जुड़ गए। कत्ल का पहला आरोप 1978 में गांव में वर्चस्व और जमीनी रंजिश से जुड़ा था।

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इलाहाबाद में एक एजूकेशनल इंस्टीट्यूट में जबरन घुसकर मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने अतीक अहमद के लाइसेंस को रद्द करने की सिफारिश कर दी है।

शलभ माथुर, एसएसपी इलाहाबाद