मुंबई, (एएनआई): बॉलीवुड के दिग्गज संगीतकार मोहम्मद जहूर खय्याम का 98 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से सोमवार की रात निधन हो गया। सीने के संक्रमण और निमोनिया की दिक्कत के बाद उन्हें 28 जुलाई को मुंबई के सुजय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार यानी 20 अगस्त को मुंबई में, जुहू के जेवीपीडी सर्कल में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। खय्याम के गुजर जाने से फिल्म जगत शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए और उनके पीछे छोड़ दी गई विरासत को याद करते हुए, संगीत की दुनिया के दिग्गजों ने इस ग्रेट संगीतकार के बारे में अपने एक्सपीयरेंस और मैमोरीज शेयर करते हुए बताया कि वे किस तरह के व्यक्ति थे।

क्वालिटी म्यूजिक डायरेक्टर

प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि हांलाकि खय्याम अपनी उम्र के कारण लंबे समय से काम नहीं कर रहे थे और शायद बॉलीवुड भी आज उस तरह का संगीत नहीं चाहता था, जैसा वह क्रिएट करते थे।" जावेद का कहना था कि खय्याम ने कम फिल्मों में काम किया है, लेकिन क्वालिटी म्यूजिक दिया है। उन्होंने कहा, "फिल्मों में भी उनका संगीत जो फ्लॉप हो गया था, आज भी याद किया जाता है। वह उनकी तरह ही एक थे।"

सोनू निगम ने अदा किया शुक्रिया

गायक सोनू निगम ने खय्याम के परोपकारी पक्ष को याद किया और कहा, 'उन्होंने बहुत चैरिटी की है और अपना सारा पैसा एक ट्रस्ट में लगा दिया जो उनके जीवन के बहुआयामी पहलुओं में से एक है। हम उन्हें उद्योग में उनके योगदान के लिए धन्यवाद देते हैं।'

रगों में बहता था संगीत

गायक सलीम मर्चेंट ने खय्याम को आत्मसम्मान और संगीत के लिए एक महान उत्साह रखने वाले व्यक्ति के रूप में याद किया। उन्होंने कहा कि 'अपनी अंतिम सांस तक संगीत उनकी रगों में बहता रहा और मैंने अपने जीवन में कभी भी इस तरह के आत्म सम्मान वाले व्यक्ति को नहीं देखा। 98 साल की उम्र में भी, वह जब भी अच्छा संगीत बजाया जाता, वे बहुत खुश होते थे'।

तलत अजीज को बेटे की तरह मानते थे

लोकप्रिय गजल गायक तलत अजीज ने भी दिवंगत संगीतकार के साथ अपने संबंधों को विस्तार से बताया और कहा, 'मेरे उनके साथ बहुत ही खास संबंध थे। वह मुझे अपने बेटे की तरह मानते थे और मैंने भी हमेशा उन्हें वही सम्मान दिया।' दिवंगत संगीतकार की विरासत को याद करते हुए, फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने कहा, 'हमारे देश में संगीत का एक युग समाप्त हो गया है। खय्याम के साहब का काम अमर है और कोई भी उन्हें अपनी यादों से नहीं मिटाएगा।'

17 साल की उम्र शुरू किया था करियर

 मोहम्मद ज़हूर 'ख़य्याम' हाशमी, जिन्हें खय्याम के नाम से जाना जाता है, ने 17 साल की उम्र में लुधियाना शहर से संगीत में अपना करियर शुरू किया। उन्हें ब्लॉकबस्टर 'उमराव जान' में अपना पहला बड़ा ब्रेक मिला, जिसके माध्यम से उन्होंने बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई। संगीतकार को वर्ष 2011 में पद्म भूषण और 2007 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

जन्मदिन पर ट्रस्ट बनाया    

अपने 90वें जन्मदिन पर खय्याम ने अपनी जीवन भर की कमाई को एक ट्रस्ट के नाम करने का ऐलान किया था। करीब 12 करोड़ रुपए की रकम इस ट्रस्ट को दी और उस पैसे से जरूरतमंद कलाकारों की मदद की जाने लगी। गजल गायक तलत अजीज और उनकी पत्नी बीना इसके मुख्य ट्रस्टी थे।

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