- नरेन्द्र मोदी को राखी भेज कर बनारस से चुनाव लड़ने का न्यौता देने वाली नाजनीन को यकीन है कि पूरी होगी उनकी ख्वाहिश

- वोट काउंटिंग के दौरान 16 मई को पूरे दिन अपने धर्म भाई मोदी के करेंगी हनुमान चालीसा के पाठ के साथ दुआख्वानी

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VARANASI : रमजान के पाक महीने में मांगी गयी नाजनीन की दुआ मानो अब असर में आने को है। नाजनीन ने गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी को अपना धर्म भाई मान लिया है। उन्हें यकीन है कि उनका भाई ही प्रधानमंत्री बनेगा और कोई नहीं। क्म् मई को उनके भाई के जीत की राह में कोई रोड़ा न आये, इसलिए नाजनीन जुमे की नमाज में दुआ मांगने के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी करेंगी। नाजनीन मानती हैं कि इस मुल्क की तरक्की और इंसानियत की मुकम्मल पहरेदारी नरेन्द्र मोदी ही कर सकते हैं। उन्हें अपने उस राखी के धागों पर यकीन है जो उन्होंने रक्षाबंधन पर नरेन्द्र मोदी को भेजी थी। नाजनीन ये भी कहती हैं कि राखी के धागे नरेन्द्र भाई को ऐसी ताकत देंगे जो उनको उनकी मंजिल तक पहुंचा से रहेगा।

कौन है ये मोदी की बहन!

आप सोच रहे होंगे कि हम किस नाजनीन का किस्सा सुनाये जा रहे हैं। कौन है नाजनीन? कहां रहती है? ये नरेन्द्र मोदी की बहन कैसे बन गयी? तो जनाब अब बात सिलसिलेवार। बनारस के लल्लापुरा मुहल्ले में रहने वाली ख्म् साल की नाजनीन अंसारी ने एक साल पहले गुजरात के सीएम नरेन्द्र मोदी को देश के पीएम के रूप में देखा। उन्हें लगा कि मोदी ही वो शख्स हैं जो बेपटरी हो रहे इस देश को पटरी पर लाने की ताकत रखते हैं। लिहाजा नाजनीन ने फ्0 जुलाई ख्0क्फ् को मोदी के प्रधानमंत्री बनने के लिए दुआख्वानी कर सभी को चौंका दिया। इसके बाद क्म् अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर नाजनीन ने कुछ और मुस्लिम लड़कियों के साथ एक राखी बनाकर मोदी को इस संदेश के साथ भेजा कि वो बनारस से चुनाव लड़ें। नरेन्द्र मोदी इस राखी को देख इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने प्रतिनिधि के रूप में आरएसएस के पदाधिकारी इंद्रेश को बनारस भेजा।

आने को हैं अच्छे दिन

मुस्लिम महिला फाउंडेशन नाम की संस्था की अध्यक्ष के रूप में मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के लिए एक्टिव रहने वाली नाजनीन अंसारी बताती हैं कि इंद्रेश जी ने आकर बताया मोदी जी आपके राखी और प्रस्ताव से प्रभावित हैं। उन्होंने ये भी बताया कि सब कुछ ठीक रहा और पार्टी लेवल पर सहमति बनी तो वो इस प्रस्ताव पर जरूर विचार करेंगे और बनारस से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि इसकी चर्चा कहीं करने से उन्होंने मना भी किया। था। तभी से नाजनीन अपने ग्रुप की अन्य मेम्बर्स के साथ अपने भाई मोदी के फेवर में माहौल बनाने में जुट गयी। नाजनीन कहती हैं कि जब बीजेपी ने मोदी जी को बनारस से चुनाव लड़ाने की घोषणा कि मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मुझे उसी दिन यकीन हो गया कि अच्छे दिन आने वाले हैं।

पूरे दिन करेंगी दुआख्वानी

क्म् मई नाजनीन की जिंदगी का बेहद अहम दिन है। इसी दिन ईवीएम से चुनाव के नतीजे निकलेंगे और उनके भाई नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा होगी। उनके भाई की राह में किसी तरह का कोई रोड़ा नहीं आए इसके लिए नाजनीन पूरे दिन दुआ करेंगी। लल्लापुरा स्थित विशाल भारत संस्थान कैम्पस में मतगणना के पहले से पूजा-पाठ और दुआ का क्रम शुरू हो जाएगा। यह सिलसिला नतीजे आने तक जारी रहेगा। नाजनीन के साथ और ढेरों लोग रहेंगे जो उनके साथ नरेन्द्र मोदी को देश का पीएम बनाने की दुआ करेंगे। नाजनीन पूरे कॉन्फिडेंस में है और कहती है कि मेरा भाई ही प्रधानमंत्री बनेगा। फिर भी ये दुआख्वानी इसलिए होगी कि कोई बुरी बला रोड़े ना अटकाये।

भाई रखेगा राखी की लाज

नाजनीन मानती हैं कि नरेन्द्र मोदी से बेहतर पीएम कोई और नहीं हो सकता है। उनका कहना है कि उनके राखी की लाज रखते हुए इंसानियत में प्यार पैगाम देंगे। वह देश को तरक्की की राह पर ले जाएंगे। नाजनीन को राखी के बदले कोई उपहार नहीं चाहिए। वह मोदी से सिर्फ मुल्क की सलामती चाहती हैं। नाजनीन को अभी तक मोदी से मिलने का मौका नहीं मिला है। उनकी व्यस्तता को देखते हुए उन्होंने मिलने की कोशिश भी नहीं की। नरेन्द्र मोदी के पीएम बनने पर वह उनसे मिलेंगी। अपने राखी के बदले उनसे मुल्क की तरक्की और सलामती मांगेंगी। बुनकरों को बदहाली से उबारने के लिए कहेंगी साथ ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी हर फाइल को खोलने की मांग करेंगी। ताकि उनकी रहस्मय जिंदगी की हकीकत सामने आ सके।

दुनिया को दे रहीं संदेश

मोदी के बनारस से चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही लल्लापुरा की रहने वाली नाजनीन अचानक से चर्चा में आ गयीं। नाजनीन की फैमिली अपने धर्म और संस्कारों को अधिक तरजीह देने वाली है। बेहद बड़े कुनबे का पेशा बुनकरी है। इसमें पढ़े-लिखे लोग कम है। नाजनीन ने इससे अलग जाकर दुनिया को देखने का फैसला किया। पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ाई। भारत विशाल संस्थान से जुड़ी संस्था से मुस्लिम महिला फाउंडेशन की सदर के रूप में समाज सेवा कर रही हैं। वह सिर्फ इंसानियत को एक धर्म मानती हैं।

मौत का कोई खौफ नहीं

यह कोई पहला मौका नहीं जब इंसानी प्यार के आगे धर्म और जाति की दीवार नेस्तनाबूद हुई हो। ऐसे ढेरों किस्से इतिहास में दफन हैं। हर बार की तरह इस बार भी धर्म के ठेकेदारों को यह नागवार गुजर रहा है। नाजनीन अंसारी का मोदी प्रेम बहुत सारे लोगों को रास नहीं आ रहा है। नाजनीन को कई बार जान से मार देने की धमकी मिली है। लगातार मिलती जा रही है। फिर भी नाजनीन का परवाह नहीं। वह कहती हैं कि मैं जो कर रही हूं वो गलत नहीं है। यदि मेरी जान भी जाएगी तो परवाह नहीं।

मोदी ने सहेजकर रखा है आई नेक्स्ट

नाजनीन ने मोदी को राखी भेजकर बनारस से चुनाव लड़ने का निमंत्रण दिया था। इसके बाद ही मोदी के बनारस आने की भूमिका बनने लगी। बनारस संसदीय सीट पर बीजेपी कैंडीडेट के रूप में मोदी के नाम की घोषणा के साथ ही क्7 मार्च के अंक में आई नेक्स्ट ने एक स्टोरी यूं ही नहीं बनारस आए मोदी हेडिंग से पब्लिश की थी। इसमें मोदी के बनारस आने की पूरी कहानी विस्तार से दी गयी थी। नाजनीन की मानें तो आरएसएस से जुड़े इंद्रेश ने आई नेक्स्ट की प्रति नरेन्द्र मोदी तक पहुंचायी। इसे उन्होंने आज भी सहेजकर रखा है।