- हरबंस मोहाल के गड़रियन मोहाल में सर्राफ की छत से गिरकर मौत, पत्नी घर के अंदर खून से लथपथ मिली

- बहोशी की हालत में आईसीयू में एडमिट, घर के अंदर चारों ओर मिले खून के निशान

- परिजन बता रहे डकैती के लिए हत्या, पुलिस मान रही सुसाइड, पड़ोसी चुप, हालात कह रहे कुछ और

KANPUR : घनी आबादी वाले हरबंश मोहाल के गड़रिया मोहाल में सोमवार शाम हुई एक घटना ने सनसनी मचा दी। एरिया के लोग, पुलिस, घरवाले सब के सब स्तब्ध आखिर हुआ क्या, क्यों और कैसे? शाम करीब ब्.फ्0 बजे वहां रहने वाले प्रेम नारायण अचानक छत से नीचे गिर गए। जिसे देख इलाकाई लोगों का जमावड़ा लग गया। शोर-शराबा होने के बाद भी प्रेमनारायण के घर कोई नहीं निकला तो कुछ लोग अन्दर गए। अंदर का नजारा बेहद खौफनाक था। प्रेमनारायण की पत्नी शकुंतला खून से लथपथ बेहोशी की हालत में पड़ी थीं। उनके अलावा घर पर कोई नहीं था। दीवारों पर हर तरफ खून के धब्बे और सारा सामान बिखरा पड़ा हुआ था। आननफानन पुलिस को सूचना दी गई और बुजुर्ग पति-पत्नी को हॉस्पिटल भेजा गया। डॉक्टर्स ने प्रेमनारायण को मृत घोषित कर दिया जबकि शकुंतला को आईसीयू में एडमिट कर लिया। घटना कही सूचना पाकर घर पहुंचे परिजन डकैती के लिए हत्या बता रहे हैं, पुलिस मामले को सुसाइड मान रही है, इलाकाई लोग चुप हैं लेकिन घर के अंदर के हालात कुछ और बयां कर रहे हैं। फॉरेंसिक टीम के साथ सीनियर ऑफिसर्स घंटों तक मौके पर छानबीन करते रहे।

घर पर अकेले थे सर्राफ दम्पति

गड़रिया मोहाल में रहने वाले प्रेम नारायण गुप्ता (म्0) की मां अम्बे नाम से ज्वैलरी शॉप है। उनकी फैमिली में पत्नी शंकुतला, बेटा मनीष, शिवम, बेटी पूजा और स्वीटी है। जिसमें मनीष और पूजा की शादी हो चुकी है, जबकि शिवम दिल्ली में जॉब करता है। सोमवार को मनीष पत्नी और बच्चों समेत लखनऊ स्थित ससुराल गया था। स्वीटी के काम से घर से बाहर होने से प्रेम नारायण और शकुन्तला ही घर पर थे। शाम को करीब ब्.फ्0 बजे अचानक प्रेम नारायण छत से नीचे गिर गए। जिसके बाद वहां इलाकाई लोगों का जमावड़ा लग गया।

दस मिनट बाद घर पहुंची बेटी

कुछ ही देर में उनकी बेटी स्वीटी भी घर पहुंची, तो वह मां की हालत देख दहाड़े मारकर रोने लगी। सूचना पर चौकी इंचार्ज फोर्स समेत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इलाकाई लोगों से पूछताछ की, तो किसी ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। वह घर के अन्दर गए तो देखा कि प्रेम नारायण के रूम में ताला बन्द है। उन्होंने किरायेदार से बात की, तो उन लोगों ने भी कुछ नहीं पता होने की बात कहकर मामले को टाल दिया। जिसके बाद पुलिस मूकदर्शक बनी परिजनों का इन्तजार करने लगी।

कहानी तो कुछ और है

करीब दो घंटे बाद म्.ब्क् बजे सीओ रोहित मिश्रा मौके पर पहुंचे। जिसके बाद फोरेंसिक टीम ने अपना काम शुरू किया। दीवार, गेट और अलमारी में खून के निशान मिले। तभी उनका बेटा मनीष घर पहुंच गया। वह पिता के शव को देखकर बदहवास हो गया। उसने डकैती के इरादे से पिता की हत्या और मां के हत्या की प्रयास की आशंका जताई। उसने कहा कि वो ज्वैलरी का काम करते हैं जिसके चलते बदमाशों ने डकैती के इरादे से वारदात की होगी।

पुलिस की भी सुन लीजिए

पुलिस अपनी मुसीबत टालने के लिए इसे सुसाइड केस मान रही है। पुलिस के कयास के मुताबिक, सर्राफ का किसी बात को लेकर पत्नी से झगड़ा हो गया था। उसने पत्नी के साथ मारपीट की थी। जिससे वह बेहोश हो गईं। वह पत्नी को मरा समझकर डर गया। जिसकी घबराहट में उसने छत से कूदकर जान दे दी।

ये सवाल तो बनते हैं

पुलिस भले मामले को सुसाइड बता रही हो लेकिन ऐसे कई सवाल हैं जो कुछ और कहानी की ओर इशारा कर रहे हैं। अगर प्रेम नारायण का पत्नी से झगड़ा हुआ था और बात मारपीट, खनू-खच्चर तक पहुंच गई तो किरायेदार समेत अन्य पड़ोसियों को कुछ तो जरूर पता चल जाता। वहीं, प्रेम नारायण के रूम में पुलिस को प्लेट में खाना रखा मिला है। एक रिश्तेदार के मुताबिक वह दोपहर में खाना खाते हैं, तो शाम को ब्.फ्0 बजे किसके लिए खाना परोसा गया था। क्या कोई और भी घर पर था। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, तो ऑफिसर्स को प्रेम नारायण के रूम में ताला लटका मिला। बेटी स्वीटी ने बताया कि चाभी मम्मी के पास है। सवाल है कि शकुंतला बेहोशी की हालत में घर पर मिली थीं, तो वह घर पर ताला कैसे लगा सकती हैं। क्या घरवाले कोई बात छुपा रहे हैं। फोरेंसिक टीम को चारों ओर खून के निशान मिले हैं जिससे प्रतीत हो रहा है कि महिला का किसी से संघर्ष हुआ। वह अलमारी को खोलने से रोक रही थीं। तभी उस पर किसी ने राड या अन्य भारी वस्तु से वार किया। इलाकाई लोगों ने शकुंतला देवी को होश में लाने के लिए पानी की छींटे मारे तो वह 'बदमाश सब ले गए' क्यों कह रही थीं। किरायेदार समेत इलाकाई लोग क्यों चुप हैं। चौबीस घंटे चहल-पहल वाले गड़रिया मोहाल में कोई कुछ क्यों नहीं देख पाया। मामले को सुसाइड बताने से पहले पुलिस को इन सवालों के जवाब जरूरत तलाशने होंगे।