-काशी विद्यापीठ में नैक पीयर टीम ने दूसरे दिन आधा दर्जन से अधिक विभागों का किया इंस्पेक्शन

-परम्परागत व व्यवसायपरक कोर्स को लेकर गंभीर रही टीम

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में दूसरे दिन मंगलवार को नैक पीयर टीम का फोकस व्यवसायपरक एवं परम्परागत शिक्षण आधारित विभागों पर रहा। सुबह आठ बजे से इन विभागों के इंस्पेक्शन के दौरान टीम यह जानने की कोशिश में रही कि इन फैकल्टीज से जुड़े स्टूडेंट्स की पढ़ाई कैसे होती है। इस दौरान टीम 'ए' ने वाणिज्य, शिक्षाशास्त्र, शारीरिक शिक्षा, समाजकार्य, कम्प्यूटर व गणित विभागों का इंस्पेक्शन व मूल्यांकन किया। इस टीम में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री व पूर्व वीसी रीवा एवं हिमाचल यूनिवर्सिटी तथा नैक पीयर टीम के अध्यक्ष प्रो। एडीएन बाजपेयी, मैसूर यूनिवर्सिटी के प्रो। केए रवीश व रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के प्रो। सत्यनारायण चक्रवर्ती शामिल रहे।

इन विभागों में पहुंची टीम

वहीं नैक पीयर टीम 'बी' ने गांधी अध्ययनपीठ, विधि, मदन मोहन मालवीय पत्रकारिता संस्थान, ललित कला, दर्शन, ऊर्दू, पत्रकारिता आदि विभागों का निरीक्षण और मूल्यांकन किया। 'बी' में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, भोपाल के वीसी एवं नैक पीयर टीम के संयोजक प्रो। वी। विजय कुमार, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ की वीसी प्रो। मांडवी सिंह, हैदराबाद विश्वविद्यालय की प्रो। शीला प्रसाद शामिल रहीं। पीयर टीम 'बी' के साथ विद्यापीठ की ओर से प्रो। आरपी द्विवेदी ने समन्वयक का कार्य किया। इनके साथ सहयोग में आईकूयएसी के समन्वयक प्रो। केएस जायसवाल, प्रो। राममूर्ति चतुर्वेदी एवं प्रो। गोपाल प्रसाद नायक उपस्थित रहे।

पुराने छात्रों संग पेरेंट्स से संवाद

नैक पीयर टीम 'ए' ने दोपहर बाद यूनिवर्सिटी सूचना एवं मंत्रणा केंद्र व छात्र कल्याण संकाय का अवलोकन और मूल्यांकन किया। इसी दौरान टीम 'बी' ने विद्यापीठ के पुरातन छात्र एवं छात्रों के अभिभावकों से प्रबंध संकाय के प्लेसमेंट हॉल में विचार विमर्श किया। इस दौरान विद्यापीठ परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चीफ प्रॉक्टर प्रो। शम्भू उपाध्याय के नेतृत्व में संचालित हुई। प्रो। ओम प्रकाश सिंह, संयोजक, मीडिया एवं पब्लिसिटी टीम (नैक) ने बताया कि 26 सितंबर को नैक पीयर टीम सुबह नौ बजे विद्यापीठ के छात्र सुविधाओं से जुड़े निकायों का निरीक्षण व मूल्यांकन करेगी। इसमें 'ए' टीम हॉस्टल का निरीक्षण व मूल्यांकन करेगी जबकि 'बी' टीम विद्यापीठ के स्वास्थ्य केन्द्र, कैंटीन, एनएसएस व एनसीसी का निरीक्षण व मूल्यांकन करेगी। इसके बाद नैक टीम अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देगी। शाम पांच बजे गांधी अध्ययनपीठ स्थित सभागार में नैक पीयर टीम का निरीक्षण एवं मूल्यांकन का कार्य पूर्ण होगा।

डीएवी पीजी कॉलेज को मेंटर

नैक टीम की ओर से डीएवी पीजी कॉलेज को मेंटर का दायित्व सौंपा गया है। यानि डीएवी कॉलेज को यह कार्य दिया गया है कि वह उन दस कॉलेजों को नैक से निरीक्षण कराने के लिए तैयार करे जिन्होंने अभी तक नैक से अपना मूल्यांकन नहीं कराया है। नैक का उद्देश्य है कि 2022 तक देश के प्रत्येक शिक्षण संस्थान की ग्रेडिंग कम से कम 2.5 हो जाए। नैक द्वारा कॉलेज को दी गई इस जिम्मेदारी पर प्रिंसिपल डॉ। सत्यदेव सिंह ने हर्ष व्यक्त किया है।