नागपंचमी आज, शहर में होने वाले आयोजनों को लेकर तैयारियां हुई पूरी

ALLAHABAD: नागपंचमी शुक्रवार को मनेगी। इस दिन नाग देवता दूध-लावा चढ़ाकर उनकी पूजा की जाती है। इसके लिए दारागंज के अति प्राचीन नागवासुकी मंदिर में सबसे ज्यादा भक्तों की भीड़ उमड़ती है। मनकामेश्वर व दशाश्वमेध मंदिर में भी भंडारे का आयोजन किया गया है। तक्षक तीर्थ में कालसर्प योग की पूजा कराई जाएगी। नाग पूजन के साथ ही शहर में दो दर्जन से अधिक पहलवान प्राचीन रघुनाथ दास और लोकनाथ व्यायामशाला में कुश्ती का दांव-पेच दिखाएंगे। इसके लिए गुरुवार को दोनों अखाड़ों में तैयारी अंतिम चरण में दिखी।

मल्ल युद्ध लड़ेंगे 40 पहलवान

प्रयागराज सेवा समिति व रघुनाथ दास व्यायामशाला के संयुक्त तत्वावधान में दारागंज स्थित व्यायामशाला में सुबह दस बजे से कुश्ती होगी। आयोजन में 15 पहलवान हिस्सा लेंगे। विजय हासिल करने वाले पहलवान को पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। लोकनाथ व्यायामशाला में सुबह आठ बजे अखाड़ा पूजन के बाद 25 पहलवान दमखम दिखाएंगे। संयोजक बीनू गुरु ने बताया कि नागपंचमी पर हर वर्ष व्यायामशाला में कुश्ती का आयोजन किया जाता है। जीतने वाले पहलवान को आयोजन समिति पुरस्कार देकर सम्मानित करेगी।

तालाब में भरा गया पानी

नागपंचमी पर शहर के अलग-अलग तालाबों के पास गुडि़या पीटने की परंपरा भी निभाई जाएगी। खुशरुबाग स्थित गुडि़या तालाब, मीरापुर स्थित ककरहा घाट व गंगा के किनारे शिवकुटी में इसका आयोजन होगा। इन स्थानों पर भाई बहनों के दीर्घायु की कामना करते हुए फोम या कपड़े से बनी गुडि़या को पीटेंगे। मुख्य आकर्षण गुडि़या तालाब पर ही रहेगा। इसके लिए तालाब में पानी की व्यवस्था की गई है। इसके आसपास गुरुवार की शाम को मेला लगाने के लिए दुकानदारों ने झूला, खिलौना व खानपान के स्टॉल लगाए हैं।

नाग पंचमी पर होगा विशेष पूजन

सिद्धपीठ श्रीशनिधाम अतरसुइया प्रयाग में नागपंचमी के अवसर पर मंदिर में स्थापित मां मंशादेवी का विशेष पूजन व श्रंगार होगा। सुबह दस बजे नाग रानी मां मंशा देवी, भैरव बाबा का पंचामृत स्नान व आरती होगी। शाम सात बजे माता को सुहाग का सामान व लावे की खीर का भोग लगाया जाएगा। मंदिर का फूलों से बहुरंगी श्रंगार किया जाएगा। रात नौ बजे बहुपात्रों व अनेक ज्योति की आरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा। पीठाधीश्वर परागजी महाराज के अनुसार श्रीशनि परिवार सेवा समिति की ओर से होंगे।