हाउस टैक्स वही, लेकिन वाटर टैक्स में झोल से बढ़ा वार्षिक मूल्यांकन

चेक कर लें अपना बिल, गड़बड़ी है तो तुरंत करें आपत्ति

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ALLAHABAD: नए सिरे से असेसमेंट के बाद 18 हजार का भवनों का टैक्स फर्श से अर्श पर पहुंच गया है। अब आवासीय भवनों की बिलिंग में भी जबर्दस्त गड़बड़झाला हुआ है। हाउस टैक्स का बिल नगर निगम से बिल निकलवाने के बाद पुराने बिल से मिलान करने पर लोगों को पता चल रहा है कि वार्षिक मूल्यांकन बढ़ गया है। बड़े पैमाने पर आवासीय भवन स्वामियों के बिल में गड़बड़ी की गई है। इससे लोगों को बिल सुधार के लिए भटकना पड़ रहा है। जिन लोगों ने वार्षिक मूल्यांकन में हुई गड़बड़ी को ठीक नहीं कराया, उन पर बढ़े हुए वाटर टैक्स का बोझ पड़ सकता है।

बिल देखकर खुली हकीकत

30 जून तक हाउस टैक्स जमा करने पर 10 प्रतिशत की छूट का प्राविधान होने के बाद बड़ी संख्या में लोग हाउस टैक्स जमा करने के लिए निकल रहे हैं। बिल न मिलने पर खुद जोन कार्यालय व नगर निगम मुख्यालय पहुंच कर बिल निकलवा कर टैक्स जमा कर रहे हैं। बिल निकलवाने के बाद पिछले बिल से मिलान करने के बाद नगर निगम मुख्यालय में गड़बड़ी के कई मामले सामने आए हैं। आवासीय भवनों के गृह का वार्षिक मूल्यांकन 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है।

कहीं कर्मचारियों खेल तो नहीं

जिन आवासीय भवनों का वार्षिक मूल्यांकन इस वर्ष पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक बता रहा है, उन भवन स्वामियों को नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट में तत्काल आपत्ति करनी चाहिए। क्योंकि ये नगर निगम कर्मचारियों का खेल हो सकता है। जिनके द्वारा आंकड़े बदल दिए गए हैं। क्योंकि आवासीय भवनों के वार्षिक मूल्यांकन में कोई बढ़ोत्तरी फिलहाल नहीं की गई है।

बढ़ गया वाटर टैक्स

गड़बड़झाला करते हुए जिन बिलों में वार्षिक मूल्यांकन में वृद्धि की गई है उनमें हाउस टैक्स तो नहीं बढ़ा है, लेकिन वाटर टैक्स बढ़ा दिया गया है। इसकी वजह से टैक्स दो से तीन हजार के पार पहुंच गया है।

केस-1

निहालपुर के रहने वाले अवधेश सिंह के आवास का वार्षिक मूल्यांकन नगर निगम के टैक्स डिपार्टमेंट ने इस वर्ष बढ़ा दिया है। पिछले वर्ष के बिल में वार्षिक मूल्यांकन जहां साढ़े तीन हजार रुपये था, वहीं इस वर्ष छह हजार रुपये कर दिया गया है। हाउस टैक्स तो पिछले वर्ष की तरह ही है, लेकिन आवास मूल्यांकन के आधार पर वाटर टैक्स बढ़ गया है। शिकायत की तो कहा गया, आपत्ति करें।

केस-2

अल्लापुर की रहने वाली कमला तिवारी का हाउस टैक्स भी इस वर्ष कई गुना अधिक बढ़ गया है। जबकि आवासीय भवनों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। आवासीय भवन को अनावासीय में दर्ज कर टैक्स बढ़ा दिया गया है। जिसकी शिकायत उन्होंने अधिकारियों से की है।

आवासीय भवनों के टैक्स में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। पूर्व निर्धारित मूल्यांकन के आधार पर ही टैक्स लिया जा रहा है। अगर किसी का मूल्यांकन बढ़ गया है तो आपत्ति करके सुधार करा सकते हैं।

पीके मिश्रा

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी

नगर निगम, इलाहाबाद

फैक्ट फाइल

बिलिंग में वाटर टैक्स में इजाफा, बढ़ गया वार्षिक मूल्यांकन

दो से तीन हजार का बढ़ गया पब्लिक पर बोझ

30 से 40 फीसदी तक बढ़ गया है वार्षिक मूल्यांकन

अफसर कर रहे बढ़ोत्तरी से इंकार, पीडि़तों से मांगी आपत्ति