- सरकारी विभागों ने खरीद लीं लग्जरी मशीनें और वाहन, बिना यूज के हो रहे कबाड़

- नगर निगम, बाट-माप विभाग और रोडवेज ने की बिना प्लानिंग खरीद

- राजकोष को लगाया लाखों का फटका

देहरादून, पब्लिक की गाढ़ी कमाई को सरकारी विभाग कैसे ठिकाने लगाते हैं, इसके कई उदाहरण दिए जा सकते हैं. हकीकत आपको भी चौंकाएगी, कि किस तरह बिना प्लानिंग के लाखों रुपये सरकारी विभाग खर्च कर देते हैं और इसका रत्ती भर फायदा भी पब्लिक को नहीं मिलता. नगर निगम, खाद्य विभाग और रोडवेज के उदाहरण सामने हैं, तीनों ने अलग-अलग मकसद से तीन हाईटेक वाहनों की खरीद की, हाईटेक मशीनें खरीदीं और बिना उपयोग के ही ये सरकारी लग्जरी कबाड़ बन गई.

आरएफसी गोदाम

वे-ब्रिज टेस्टिंग मशीन खा रही जंग

बाट-माप विभाग को 2008 में तौल कांटो पर घटतौली पकड़ने के लिए मोबाइल वे-ब्रिज टेस्टिंग मशीन (वेइंग मशीन) मिली थी. इसका यूज तो छोडि़ए, रजिस्ट्रेशन भी आज तक नहीं हो पाया. बाट-माप विभाग ने इसे रीजनल फूड कॉर्पोरेशन (आरएफसी) के गोदाम में खड़ा कर दिया, जो आज भी वहां जंग खा रही है.

आईएसबीटी

रोडवेज की लग्जरी बसें कबाड़

आईएसबीटी में रोडवेज की सबसे लग्जरी वॉल्वो बस लंबे समय से खड़ी है. इसका इंजन रिपेयरिंग के लिए भेजा गया था, जो अब तक रिपेयर होकर नहीं लौटा. ऐसे में इसका संचालन ठप है और बस धूल फांक रही है. जो लग्जरी बसें संचालित हो रही हैं, उनसे भी लग्जरी गायब है. किसी बस में मोबाइल चार्जिग की फैसिलिटी नहीं है तो किसी का सीसीटीवी सर्विलांस खराब है.

नगर निगम

सड़क बनाई नहीं, रोड रोलर खरीद लिया

सिटी की सड़कों के मेंटीनेंस और ब्लैक टॉपिंग के लिए नगर निगम द्वारा 4 वर्ष पूर्व 10 लाख रुपए से ज्यादा कीमती रोड रोलर खरीदा गया था. निगम ने गिनी चुनी सड़कें ही मेंटेन की होंगी. ऐसे में ये लंबे समय से निगम के कैंपस में खड़े-खड़े खराब हो रहा है.

नए वाहन खरीदे, पुराने लावारिस

नगर निगम ने हाल ही में अपने दो स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए नई लग्जरी कार खरीदीं, वे पहले से जिन कारों का इस्तेमाल कर रहे थे उनकी कंडिशन भी ठीक थी. इस खरीद पर सवाल भी उठे. अब स्वास्थ्य अधिकारी नई लग्जरी कारों से फर्राटा भर रहे हैं और पुरानी कारें लावारिस खड़ी कर दी गई हैं.

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आईएसबीटी पर खड़ी वॉल्वो बस का अनुबंध समाप्त हो चुका है. जिन लग्जरी बसों में फैसिलिटी नहीं हैं या सीसीटीवी कैमरे खराब हैं उन्हें जल्द दुरुस्त किया जाएगा.

दीपक जैन, जीएम, परिवहन निगम

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नगर निगम में खड़े पुराने वाहनों का ऑक्शन किया जाना है. लोकसभा चुनावों की आचार संहिता समाप्त होते ही ऑक्शन की कार्यवाही शुरू की जाएगी. रोड रोलर के बारे में संबंधित सेक्शन से जवाब मांगा जाएगा. सुनील उनियाल गामा, मेयर, नगर निगम