-हजियापुर व अन्य मुहल्लों से आने वाले पानी का रास्ता जाल पर हो गया था बंद

BAREILLY:

संजय नगर और आसपास के मुहल्लों में समर्सेबल की गड़बड़ी से ही भीषण जलभराव हुआ। मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद नगर आयुक्त से साथ जुटी पूरी टीम के सामने ट्यूजडे को यह सच आ गया। हजियापुर समेत अन्य मुहल्लों से समरसेबल में आने वाले पानी की जाली कूड़े से भरी थी। वही, बारिश के कारण अत्याधिक पानी होने पर समरसेबल की मोटर नहीं चल पाई थीं। नगर आयुक्त ने दिन भर खड़े होकर अपने सामने जाल साफ करवाया तो पानी तेजी से निकलने लगा। पानी निकलने के बाद रेजीडेंसी गार्डन और संजय नगर का पानी कम होने लगा।

पूरे दिन लगी रही टीम

बारिश नहीं होने के बावजूद दो दिन से संजय नगर और आसपास के मुहल्लों में पानी भरा रहने के कारण नगर आयुक्त आरके श्रीवास्तव अपने साथ मुख्य अभियंता एसके अंबेड़कर, एक्सईएन, एई सुशील सक्सेना, पर्यावरण अभियंता, जलकल अभियंता पीसी आर्य को लेकर संजय नगर संपवेल में पहुंचे। उन्होंने अपने सामने ही मोटर चलाकर पानी निकालना शुरू कराया। निगम की पूरी टीम शाम तक वही डटी रही और पानी निकलवाया।

समर्सेबल का बंद था जाल

हजियापुर और पुराने शहर की ओर से आने वाला पानी संपवेल में एक ओर इकट्ठा होता है। उसी में बने दो बड़े जाल से होकर मुख्य कुआं में पहुंचता है। वहां से मोटर के जरिए आगे को फेंक दिया जाता है। संपवेल में बने दोनों बड़े जाल कूड़े के कारण बंद हो गए थे। कुएं में घुसकर कर्मचारियों ने जाल साफ करने का प्रयास किया। शाम को फॉसिंग मशीन से कूड़ा निकाला गया तब जाल खुले। फिर तेजी से पानी संपवेल में मोटर की ओर अाने लगा।

बारिश में नहीं चल पाई मोटर

संपवेल में पानी बाहर निकालने के लिए पांच मोटरें लगी हैं, लेकिन मौजूद समय में सिर्फ तीन ही ठीक हैं। 25, 30 और 40 हार्स पावर की मोटर काम कर रही हैं। यहां से पानी को अंडरग्राउंड पाइप के जरिए संजय नगर त्रिमूर्ति चौराहे पर पीलीभीत बाईपास को जाने वाले नाले में छोड़ा जाता है। बीते दिनों हुई बारिश में संजय नगर, हजियापुर, रेजीडेंसी गार्डन समेत आसपास का पानी आने से संपवेल ओवरफ्लो हो गया। पंप का स्टार्टर ही पानी में डूबने के कारण मोटर नहीं चल पाई।