टेलीकॉम कंपनीज के खिलाफ जुर्माने के लिए नोटिस

रोड कटिंग पर निगम के सुस्त रवैये पर भी उठे सवाल

BAREILLY: शहर को ब्-जी कनेक्शन के गड्ढों में धकेलने वाली टेलीकॉम कंपनीज के खिलाफ नगर निगम जाग तो रहा है, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई की कवायद फिलहाल राग अलापने सी नजर आती है। बेशक टेलीकॉम कंपनीज ने शासनादेश के दम पर शहर की सूरत बिगाड़ दी हो लेकिन इसे फिर से दुरुस्त करने में नगर निगम की लापरवाही भी कम नहीं। बिना परमिशन के गड्ढे बना सड़के खराब करने वाली कंपनीज पर नकेल न कस पाना और समय रहते बैंक गारंटी से रोड कटिंग का पैचवर्क न बनवाना निगम की ही नाकामी है।

निगम की नीयत पर भी सवाल

शासनादेश पर ब्-जी इंटरनेट कनेक्शन के लिए फाइबर ऑप्टिक्स केबिल डालने को टेलीकॉम कंपनीज ने शहर भर में गड्ढे कर दिए, लेकिन मानकों के तहत न तो उन्हें पाटा गया और न ही उन पर दोबारा रोड बन सकी। नियमानुसार कंपनीज को रोड कटिंग से पहले निगम के पास बैंक गारंटी जमा करानी होती है। पार्षद नेताओं के मुताबिक गड्ढे खोदने के बाद उन्हें फिर दुरुस्त करने में अगर टेलीकॉम कंपनीज लेटलतीफी करें तो निगम बैंक गारंटी से पैचवर्क का खर्चा वसूल सकता है। लेकिन ऐसा नहीं किया गया और शहर की सड़कों पर गड्ढे बरकरार रहे।

जुर्माने की कवायद शुरू

रोड कटिंग पर अनियमिता बरतने और खराब हुई सड़कों को सही न किए जाने पर निगम सख्त रूख अपनाने का इशारा दे रहा है। नगर आयुक्त ने रिलायंस टेलीकॉम को कुछ दिनों पहले ही सीवर लाइन खराब होने पर फ् लाख रुपए के जुर्माने की नोटिस जारी की और अधिकारियों से इसे वसूलने के निर्देश दिए। वहीं एक और टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन के भी रोड कटिंग पर अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। नगर आयुक्त इस कंपनी को भी जल्द ही जुर्माने की नोटिस भेजने की बात कह रहे हैं।

शहर में हुए गड्ढों पर रिपोर्ट मांगी गई है। रिलायंस पर फ् लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। वहीं वोडाफोन पर भी जुर्माने की कार्यवाही की जानी है।

- उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

नियमानुसार रोड कटिंग के बाद 7ख् घंटों में रोड दोबारा बन जानी चाहिए। फिलहाल कई एरिया में खुदे गड्ढे पाट दिए गए हैं। खराब सड़कों की जल्द मरम्मत किए जाने को कार्यवाही जारी है।

- डॉ। आईएस तोमर, मेयर

निगम में हर कोई बेलगाम हो गया है। रोड कटिंग का पैसा यूज किए जाने को लेकर बोर्ड में कई बार आवाज उठा चुका हूं पर जनता और पब्लिक की आवाज सुनी ही नहीं जाती। जुर्माने की बात सिर्फ बयानबाजी है। गड्ढे न भरे जाने और रोड न बनना निगम की ही लापरवाही है।

- राजेश अग्रवाल, नेता, पार्षद दल