बढ़े हुए जल मूल्य का मिनी सदन में जोरदार विरोध, अब 20 दिसंबर की मीटिंग में होगा फैसला

कांग्रेस पार्षदों ने मेयर को ऑफिस में जाने से रोका तो आप कार्यकर्ता लेट गये गाड़ी के आगे

VARANASI : बढ़े हुए जल मूल्य का मामला सोमवार को उग्र हो गया। इस बाबत नगर निगम में पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। पर खास यह रहा कि हंगामे के बाद बढ़े हुए जल मूल्य को ख्0 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस मुय्दे पर मेयर रामगोपाल मोहले व पार्षदों के बीच मीटिंग भी हुई। तय हुआ कि अब इस मसले पर फैसला मिनी सदन की मीटिंग में किया जायेगा। मीटिंग की तारीख ख्0 दिसंबर तय की गयी है। मेयर के इस आदेश के बाद प्रहलाद घाट पर चल रहा क्रमिक अनशन भी स्थगित कर दिया गया।

'आप' ने किया जोरदार हंगामा

आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बढ़े हुए जल मूल्य का जोरदार विरोध किया। आप के कार्यकर्ता मेयर की गाड़ी के आगे लेट गये। इस दौरान भाजपा व आप कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई। यह देख महापौर वहां से पैदल ही घर के लिए निकल लिये। कांग्रेस पार्षदों ने भी मेयर रामगोपाल मोहले को सुबह कार्यालय में जाने से रोक दिया था। कांगे्रस के कार्यकर्ताओं ने जनता की आवाज उनके समक्ष रखी। चेताया कि जल मूल्य के मसले पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेते हैं तो कार्यालय में प्रवेश नहीं करने ि1दया जाएगा।

मेयर को बुलानी पड़ी मीटिंग

भारी विरोध को देखते हुए महापौर रामगोपाल मोहले ने पार्षदों की मीटिंग बुलाई। पार्षदों ने आरोप लगाया कि जब जनता को शुद्ध पानी दे नहीं रहे हैं तो जल मूल्य बढ़ाने का क्या औचित्य। इस अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के सभी नगर निकायों में जल मूल्य बढ़ गया है। यह प्रक्रिया वर्ष ख्000 में पूरी कर ली गई है। बस बनारस में इसे लागू नहीं किया जा सका। अधिकारियों के जवाब पर पार्षदों ने कहा कि पहले पानी दो बाद में मूल्य लेना होगा। मैराथन मंथन के बाद बैठक में निर्णय हुआ कि आगामी ख्0 दिसंबर को सदन की बैठक आहूत की गई है। इसमें चर्चा के बाद बढ़ोत्तरी का फैसला लिया जाएगा। वर्तमान में जल मूल्य बढ़ाने के आदेश को स्थगित किया जाता है। मीटिंग में नगर आयुक्त उमाकांत त्रिपाठी, जलकल विभाग के महाप्रबंधक बीके पाण्डेय, जलकल विभाग के सचिव सत्य प्रकाश श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।