- कमजोर वित्तीय स्थिति से जूझ रहा निगम, विकास कराना आसान नहीं

- विकास के लिए जरुरी संसाधनों और मैन पॉवर की लिस्ट शासन को भेजेगा निगम

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LUCKNOW: कैबिनेट के फैसले के बाद नगर निगम सीमा में शामिल हुए 88 गांवों में विकास से जुड़े कार्य कराने के लिए निगम प्रशासन की ओर से खाका बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। हालांकि इससे पहले निगम प्रशासन विकास के लिए जरूरी संसाधनों और मैन पॉवर की भी लिस्ट बना रहा है। इस लिस्ट को शासन के पास भेजा जाएगा। जैसे ही संसाधन और मैन पॉवर मिलेगी, निगम की ओर से गांवों में विकास शुरू करा दिया जाएगा।

काम बेहद चुनौतीपूर्ण

निगम की ओर से इन सभी गांवों में विकास कराना इतना आसान नहीं है। एक तरफ तो निगम की आर्थिक स्थिति कमजोर है, वहीं उस पर 270 करोड़ के करीब देनदारी है। इसका असर शहर के 110 वार्डो में होने वाले विकास की रफ्तार पर नजर आ रहा है। अब 88 गांव नगर निगम सीमा में आ गए हैं, ऐसे में इन सभी गांवों में विकास कराने के लिए नगर निगम को भारी भरकम धनराशि की जरूरत पड़ेगी।

व्यय का ब्यौरा

निगम की ओर से गांवों में विकास कार्य कराने के लिए व्यय होने वाली संभावित धनराशि का आंकड़ा भी तैयार कराया जा रहा है। नगर निगम हर मद जैसे सड़क, पानी, मार्ग प्रकाश, सफाई, कूड़ा निस्तारण इत्यादि बिंदुओं को ध्यान में रखकर खर्च की लिस्ट तैयार करा रहा है।

अभी लगेगा समय

नगर निगम सीमा में आए गांवों में रहने वाले लोगों को फिलहाल अभी विकास के लिए इंतजार करना पड़ेगा। जब तक निगम में संसाधनों और मैन पॉवर की वृद्धि नहीं होगी और व्यय से निपटने के पर्याप्त इंतजाम नहीं होंगे, तब तक विकास कार्य शुरू नहीं होंगे। वहीं एलडीए और नगर निगम के बीच भी खींचतान की संभावना है। एलडीए की ओर से गांवों में अवैध रूप से विकसित नगर निगम को कॉलोनी तो हैंडओवर कर दी जाएंगी, लेकिन उसमें विकास कराने के लिए शायद ही धनराशि दी जाए। जिससे नगर निगम की चुनौतियां बढ़ना तय है।

वर्जन

नगर निगम सीमा में जो गांव शामिल हुए हैं, उनमें विकास के लिए योजना बनाई जा रही है साथ ही विकास के लिए जरूरी मैन पॉवर और संसाधनों की भी लिस्ट बनवाई जा रही है।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त