मानसून में जल भराव होती है दून की समस्या
देहरादून।
कोरोना काल के बीच नगर निगम की ओर से मानसून को लेकर भी तैयारियां शुरू हो गई है। फिलहाल अधिकारी नगर निगम कर्मचारियों से ही काम चला रहे हैं। शहर के मुख्य मार्ग में जहां जल भराव की सबसे ज्यादा समस्या होती है। वहां की नालियों की पहले ही सफाई कराई जा रही है। इसके साथ ही 2 जून से शहर के 26 बड़े नालों की भी सफाई का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए 7 टेंडर आए हैं। मंडे को स्पष्ट हो जाएगा कि कौन सी कंपनी नालों की सफाई का काम करेगी।
मानसून 15 दिन दूर
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक 15 जून के बाद होती है। बरसात में जलभराव न हो, इसके लिए 15 दिन पहले ही नालियों की सफाई कर दी जाती है। नगर निगम ने मई से ही नालियों की सफाई का काम शुरू कर दिया था। अब बड़े नालों की सफाई के लिए टेंडर देना है। इसके लिए 7 कंपनियों ने टेंडर प्रस्तावित किए गए। अब मंडे को टेंडर खोले जाएंगे।
दून में 26 बडे़ नाले
सालावाला हाथीबड़कला के मध्य बहने वाला नाला।
बृजलोक सालावाला, बकरालवाला, इन्द्राकालोनी बिन्दाल।
मुख्य नाला जिलाधिकारी आवास से नेशविला रोड।
इन्दिरा नगर नाला एशियन स्कूल से हिलव्यू कालोनी।
वार्ड संख्या 48 में शास्त्रीनगर में सीमाद्वार।
नाला गऊघाट से भंडारी बाग स्लाटर हाउस।
भंडारी बाग से इन्द्रेश हॉस्पिटल तक।
सुभाष नगर पशु चिकित्सालय से गुप्ता स्टोर तक।
बल्लुपूर चौक से बल्लीवाला चौक एवं अनुराग चौक।
गो¨वदगढ़ चौक से ¨बदाल पुल।
श्रीदेव सुमन नगर से शान्ति बिहार की पुलिया तक।
ओघल भट्टा, धारावाली, चन्द्रबनी।
धारावाली इन्डस्ट्रियल एरिया से चोयला।
कैलाशपुर पिन्थूवाला खुर्द।
चोयला रंगड से तुंतोवाला।
अनुराग चौक के पीछे।
नाला पटेल नगर आइस फैक्ट्री से लाल पुल।
नाला गांधी रोड डीएसओ कार्यालय से ¨प्रस चौक।
यमुना कालोनी स्थित बड़ा नाला।
मन्नूगंज कबीर डेरी के पीछे डांडीपुर तक।
निरंकारी भवन मद्रासी कालोनी।
आईएसबीटी से ट्रांसपोर्ट नगर।
हरिद्वार रोड धर्मपुर से रिस्पना।
ब्रह्मपुरी पुलिया से ट्यूबवेल
ब्रह्मपुरी बेसिक स्कूल से नगर निगम।
यहां हो रही सफाई
हरिद्वार रोड
¨प्रस चौक
किशननगर चौक
गोविन्द गढ़
सुभाष रोड
जाखन
राजपुर रोड
चक्खुमौहल्ला
इन्द्रर कॉलोनी
भगत सिंह कॉलोनी
70 कर्मचारी कर रहे सफाई
नगर निगम के 120 नाला गैंग में से 70 कर्मचारियों की टीम लगातार शहर की नालियों की सफाई कर रही है। जानकारी देते हुए एक्शन राजबीर चौहान ने बताया कि नालियों से कूड़ा निकालने के बाद उसे सुखने के लिए छोड़ दिया जाता है। इसके दो दिन बाद नगर निगम की गाड़ी आकर इसे समेट कर ले जाती है। ताकि कूड़ा वापस नालियों में न जाए।
लॉकडाउन के दूसरे चरण से ही नगर निगम के नाला गैंग को नालियों की सफाई व्यवस्था मे लगा दिया गया था। ताकि कोरोना संक्रमण के बीच शहर में जल भराव होने से दूसरी अन्य बीमारी न पनप सके। इसके साथ ही एक दो दिन में बडे नालों की भी सफाई शुरु कर दी जाएगी।
डॉ कैलाश जोशी, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम देहरादून