- सिटी के शिवालयों में दिखा आस्था और संस्कृति का संगम

- गोरखनाथ मंदिर में भक्तों के बीच मची दूध पिलाने की होड़

GORAKHPUR : नागपंचमी के मौके पर गोरखपुराइट्स ने सिटी के शिवालयों में पूजा अर्चना की। सुबह से ही सिटी के डिफरेंट एरियाज में भक्तों की भीड़ मंदिरों में उमड़ पड़ी। एक तरफ जहां शिव मंदिरों में नाग देवता को लोगों ने दूध पिलाकर रक्षा की कामना की। वहीं गोरखनाथ मंदिर में हर वर्ग के लोगों ने मेले का आनंद लिया।

दूध पिलाकर नाग देवता को किया प्रसन्न

फ्राइडे मार्निग पंचमी तिथि में नाग देवता की धूमधाम से पूजा की गई। सुबह से ही पूरे दिन सिटी के गोरखनाथ मंदिर, झारंखडी, सूरजकुंड, दाउदपुर, सर्वोदय नगर, बिछिया आदि जगहों पर भक्तों ने नाग देवता की पूजा की। डॉ। कनक मिश्रा बताती हैं कि उन्होंने मार्निग में नाग देवता को प्रसन्न करने के लिए गाय के गोबर से पूरे घर में नाग देवता की आकृति बनाई, फिर उन्हें दूध चढ़ाया और भगवान शिव का पूजन किया।

मेले में मेंहदी की जबरदस्त रही डिमांड

हर साल की तरह इस साल भी गोरखनाथ मंदिर में जबरदस्त भीड़ रही। मेले में जहां बच्चों ने अपनी मनपसंद चीजें खरीदीं, वहीं महिलाओं ने श्रृंगार के आइट्म्स परचेज किए। इस बार मेले में सबसे ज्यादा मेंहदी की डिमांड रही। मेले में आने वाले भक्तों के लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से काफी इंतजाम किए गए थे, सुरक्षा के लिहाज से जगह-जगह फोर्स लगाई गई थी।

नाग देवता के किए दर्शन

नाग पंचमी के दिन सिटी में चहुंओर सपेरे नाग देवता को लेकर बीन बजाते हुए नजर आए, ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन नाग के दर्शन होने से पूजा सफल हो जाती है। वहीं कालसर्प योग वाले जातकों के लिए भी नाग देवता का पूजन अहम माना जाता है।

नाग पंचमी के मौके पर नाग देवता की पूजा करना अच्छा माना जाता है। कालसर्प योग वाले जातक के लिए यह अहम दिन होता है। इस दिन नाग देवता की विशेष रूप से पूजा की जाती है।

पं। शरद चंद्र मिश्रा, ज्योतिषाचार्य