कारोबारी की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

पंकज महेन्द्रा अपहरण कांड में सुलह करने का बना रहे हैं आरोप

ALLAHABAD: दो साल पूर्व शहर के प्रतिष्ठित सर्राफा कारोबारी पंकज महेन्द्रा का अपहरण कर फतेहपुर जंगल में रखा गया था। इस मामले में बबलू श्रीवास्तव समेत एक दर्जन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया गया था। नैनी जेल में बंद चल रहें एक आरोपी ने फोन से पंकज महेन्द्रा और उनके भाई राहुल महेन्द्रा को समझौते की धमकी दी है। कारोबारी के भाई ने कोतवाली पुलिस को इस घटना की लिखित तहरीर देकर धमकी देने वाले के खिलाफ रिपार्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

वर्ष 2015 में हुआ था अपहरण

सितंबर माह वर्ष 2015 में शहर के प्रतिष्ठित सर्राफा कारोबारी पंकज महेन्द्रा का अपहरण हुआ था। अगवा करने के बाद उन्हें फतेहपुर ले जाया गया था। पंकज को वहां रखने के लिए राकेश ने फार्म हाउस का इंतजाम किया था। कारोबारी को छोड़ने के लिए 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी। बबलू के खिलाफ अपहरण की साजिश रचने और गैंग के 12 लोगों पर कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। कुछ साथियों के पकड़े जाने के बाद राकेश फरार हो गया और मजदूर के लिबास में इधर-उधर छिपता रहा। जांच में जुटी पुलिस पुलिस ने मौका उसे गिरफ्तार कर लिया था। बताते चलें कि सर्राफा कारोबारी अपहरण प्रकरण में बबलू के तथाकथित भांजे विकल्प श्रीवास्तव उर्फ गोलू, सच्चिदानंद यादव, महेन्द्र यादव, चंद्रमोहन समेत कुछ अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं इस घटना में शामिल गोरखपुर निवासी दो अभियुक्तों सहित अन्य फरार हैं।

मामले में एक्टिव हुई पुलिस

आकलैण्ड रोड के रहने वाले सर्राफा कारोबारी राहुल महेन्द्रा पुत्र ओम नाथ महेन्द्रा ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि सोमवार को उनके भाई पंकज महेन्द्रा और उनके फोन पर महेन्द्र यादव नामक शख्स ने फोन कर धमकी दी। इंस्पेक्टर कोतवाल अनुपम शर्मा का कहना है कि फोन और मैसेज करने वाले शख्स के बारे में पता लगाया जा रहा है। साथ ही घटना की जांच की जा रही है। सार्विलांस की मदद से फोन नम्बर की लोकेशन और अन्य जानकारी एकत्र की जा रही है।