-भाजपा ने गुपचुप शुरू की तैयारी, दांव पर सांसद-विधायकों का भविष्य

-दिल्ली में जारी है बैठकों का दौर, पार्टी लेगी प्रोफेशनल्स का सहारा

ALLAHABAD: आने वाले आम चुनाव को लेकर मौजूदा सांसदों और विधायकों की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। अभी तक नमो एप पर पीएम नरेंद्र मोदी जन प्रतिनिधियों को फीडबैक मांग रहे थे तो अब पार्टी ने गोपनीय सर्वे की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए प्रोफेशनल्स का सहारा भी लिया जा रहा है। इसको लेकर सांसद और विधायकों की सांस भी फूली हुई है।

हाइटेक होगा सर्वे, भेजी जाएगी रिपोर्ट

पार्टी के सूत्र बताते हैं कि यह सर्वे पूरी तरह हाइटेक होगा। इसमें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ प्रोफेशनल्स का सहारा लिया जाएगा। हालांकि, भाजपा पहले से ही डिजिटल प्रमोशन में लगी है और ऐसे में उसका सीक्रेट सर्वे भी इसी बेस पर होगा। इसका उद्देश्य वर्तमान में भाजपा के सांसद और विधायक होंगे। यह जनता की कसौटी पर कितने खरे उतरे और इनसे जनता को भविष्य में कितनी उम्मीद है। सर्वे में इन सवालों पर विशेष ध्यान दिया जाना है। सर्वे कम्प्लीट होने के बाद सर्वे की रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को भेजी जाएगी।

कइयों के सिर लटक रही है तलवार

शहर, प्रदेश ही नहीं देशभर में 2019 आम चुनाव में टिकट पाने को लेकर सांसद और विधायकों की सांस फूल रही है। कई सांसदों के इस चुनाव में टिकट कट जाने का खतरा मंडरा रहा है तो कई विधायक टिकट पाने की होड़ में लगे हुए हैं। उनके लिए यह सर्वे काफी महत्वपूर्ण हो सकता है। अगर गोपनीय सर्वे में माइनस मार्किंग मिले तो टिकट की उम्मीद से तौबा करना ही बेहतर होगा। हालांकि, इस समय नमो एप पर भी जन प्रतिनिधियों को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं।

इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन पार्टी अपने स्तर पर सर्वे करा सकती है। इसके स्तर पर जनप्रतिनिधियों का टिकट तय किया जाएगा। हालांकि, यह प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय है और इस बारे में पार्टी हाईकमान ही निर्णय लेता है।

-अवधेश गुप्ता, महानगर अध्यक्ष, भाजपा