RANCHI:सफलता एक बार में हासिल न हो तो लोग निराश हो जाते हैं। लेकिन असफल होने के बाद भी जो अपनी जिद पर डटा रहे उसे सफलता मिलती ही है। ऐसे में अगर लक्ष्य तय हो और उसे हासिल करने का जज्बा तो फिर सफलता की राह में जितनी भी बाधाएं आएं वो पार हो जाती हैं। हमारी सिटी की कुछ ऐसी ही महिलाएं हैं जिन्होंने असफलता, बाधा और लोगों के ताने सुनने के बाद भी हार नहीं माना और अपनी जिद से एक अलग मुकाम हासिल किया। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से पुरुलिया रोड स्थित एक्सआईएसएस के ऑडिटोरियम में इंटरनेशनल वूमेंस डे पर आयोजित नारी द फाइटर में उन्होंने सिटी की ग‌र्ल्स के साथ अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। साथ ही कहा कि अपना लक्ष्य तय करें और उसे हासिल करने के लिए अपना सबकुछ लगा दें। फिर सफलता आपके कदम चूमेगी। बताते चलें कि इस कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों की सैकड़ों गर्ल स्टूडेंट्स शामिल हुई। उन्होंने स्पीकर्स से सफलता के कई टिप्स भी हासिल किए।

हर व्यक्ति एक-दूसरे की मदद करे

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित नारी द फाइटर टॉक शो में शामिल हुई समाजसेविका अनिता देवी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि हर व्यक्ति को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। ऐसा करने से कोई भी इंसान मदद के अभाव में परेशान नहीं होगा। अनिता ने बताया कि वो रिम्स में आए मरीजों की मदद करती हैं। गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करती हैं। जानकारी के अभाव में जिनका इलाज नहीं हो पाता है वैसे मरीजों के पास पहुंच कर इलाज करवाती हूं। जिन व्यक्तियों को आर्थिक मदद की जरूरत होती है उन्हें डालसा से मदद दिलवाने का भी प्रयास करती हूं।

-अनिता देवी, सोशल वर्कर

ग‌र्ल्स चाह ले तो कोई काम कर सकती हैं

लेखिका अमृता प्रिया ने भी प्रोग्राम में मौजूद सभी गर्ल स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। उन्होंने कहा कि ग‌र्ल्स अगर चाह ले तो कोई भी काम कर सकती हैं। आज ग‌र्ल्स ने हर क्षेत्र में अपनी सशक्त पहचान बनाई है। अपने बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अपने काम के साथ-साथ मैंने अपने पैशन को भी जीवित रखा। मैंने पांच किताबें लिखी हैं। इसमें दो कुकिंग पर आधारित हैं।

-अमृता प्रिया, राइटर

ड्रीम पूरा करने की करें कोशिश

वर्किंग वूमेन कनिका मल्होत्रा ने कहा कि हम सभी की जिम्मेवारी है कि अपनी बहन, बेटियां, मां और हर नारी का सम्मान करें। आज वूमेन इम्पॉवरमेंट बहुत जरूरी है। लेकिन इसमें हम सभी को अपनी-अपनी रेस्पांसिब्लिटी निभानी होंगी। उन्होंने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि मैंने जॉब भी किया और अब मैं खुद का बिजनेस भी संभाल रहीं हूं। हर यंग गर्ल को अपनी ड्रीम ऊंची रखनी होगी और उस ड्रीम को पूरा करने के लिए हर कोशिश करनी चाहिए।

कनिका मल्होत्रा, वर्किंग वूमेन

हर परिस्थिति से लड़ना होगा

अपनी सिटी की मॉडल और फैशन डिजाइनर प्रियंका सिंह ने भी ग‌र्ल्स को काफी इनकरेज किया। उन्होंने अपनी लाइफ की जर्नी बताकर दूसरी गर्ल स्टूडेंट्स को भी हर परिस्थितियों से लड़ने का संदेश दिया। प्रियंका ने कहा कि मुझे बचपन से ही मॉडलिंग फील्ड में काफी रुचि रही। मैंने इसी फील्ड को अपने करियर के रूप में चुना। मैं अपनी ही सिटी में रहकर मॉडलिंग और फैशन डिजाइनिंग करती हूं। अपने पेशे में परिपक्वता लाने के लिए मैंने संबंधित कोर्स भी किया।

प्रियंका सिंह, फैकल्टी, आइएनआइएफडी

वूमेन किसी से कम नहीं

किरण मिश्रा ने स्टूडेंट को बताया कि वूमेन किसी से कम नहीं हैं। वूमेन को कोई भी कमजोर और अबला समझने का प्रयास न करे। उन्होंने अनुभव साझा करते हुए कहा कि फैशन डिजाइनिंग में रुचि थी और इसी फील्ड में आज स्टूडेंट्स को एजुकेशन दे रही हूं। किरण ने कहा कि फैशन डिजाइनिंग में भी बेहतर करियर बनाया जा सकता है। पैशन के साथ अपने काम को करना होगा।

किरण मिश्रा, फैशन डिजाइनर

हर स्त्री में होती है सेवा की भावना

स्वेतिमा सहाय ने बताया कि हर स्त्री में सेवा की भावना रहती है। मुझमें यह थोड़ा ज्यादा ही था। मैं बचपन से ही अपने दोस्तों और दूसरे लोगों की मदद किया करती थी। बचपन की यह आदत बड़ होने पर पैशन में बदल गई। मुझे दूसरे लोगों की मदद करना बहुत अच्छा लगता है। इसी के तहत मैंने सशक्त नामक एक एनजीओ की स्थापना की। इस एनजीओ में छोटे-छोटे बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाती है। उन्होंने सभी ग‌र्ल्स को मोटीवेट करते हुए कहा कि कोई भी लड़की कमजोर नहीं होती है। सपने देखिए और उन्हें पूरा भी कीजिए।

स्वेतिमा सहाय, एनजीओ संचालिका