मुंबई (पीटीआई)। बाॅलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने का जश्न मना रहे भारतीय मुसलमानों के एक वर्ग की आलोचना की और कहा कि यह चिंता का विषय है। तालिबान ने अफगानिस्तान में सरकार को बेदखल कर दिया और पिछले महीने काबुल पर कब्जा करने के बाद देश का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। इस बात को लेकर दुनिया के कई मुल्क परेशान हैं मगर एक तबका ऐसा है जो इसकी खुशी मना रहा है। भारत में तालिबान का सपोर्ट कर कुछ लोगों को नसीरुद्दीन ने जमकर लताड़ा है।

नसीरुद्दीन शाह का वीडियो वायरल
नसीरुद्दीन शाह ने ट्विटर पर वायरल हुए एक वीडियो में कहा कि प्रत्येक भारतीय मुसलमान को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्या वे धर्म में "सुधार और आधुनिकता" चाहते हैं या पुराने "बर्बर" मूल्यों के साथ रहना चाहते हैं। यहां तक ​​​​कि अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में वापसी पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण है, भारतीय मुसलमानों के कुछ वर्गों में बर्बर लोगों का जश्न कम खतरनाक नहीं है। प्रत्येक भारतीय मुसलमान को खुद से पूछना चाहिए कि क्या वे इस्लाम में सुधार और आधुनिकता चाहते हैं। या पिछली कुछ शताब्दियों के बर्बर मूल्यों को अपने में समेटे रहना चाहते हैं।"

राजनीतिक धर्म की आवश्यकता नहीं
71 वर्षीय अभिनेता ने मिर्जा गालिब की कविता का हवाला दिया और कहा कि सर्वशक्तिमान के साथ उनका रिश्ता अनौपचारिक है। उन्होंने कहा, "मुझे एक राजनीतिक धर्म की आवश्यकता नहीं है।" शाह ने कहा कि भारतीय इस्लाम दुनिया के बाकी हिस्सों से अलग है और उम्मीद है कि यह मान्यता से आगे कभी नहीं बदलेगा। एक्टर ने कहा, 'हिंदुस्तानी इस्लाम दुनिया भर के इस्लाम से हमेशा मुक्तालिफ रहा है। खुदा वो वक्त न लाए की वो इतना बदल जाए की हम उन्हें पहचान भी न सकें।'

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