- शहर के मंदिरों में चढ़ावे में आने वाले फूल अब नहीं जाएंगे वेस्ट

-हरूनगला के फ्लॉवर वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में वेस्ट फूलों से बनाई जा रही सुगंधित अगरबत्ती

2 साल पहले करीब नगर निगम ने लगाया था प्लांट

10 मार्च के बाद शुरू हो सका प्लांट

60 मंदिरों ने प्लांट के वेस्ट फूल देना किए शुरू

4 फ्लेवर की बनाई जा रही अगरबत्ती

बरेली: मंदिर के वेस्ट फूल से अब फेंके नहीं जाएंगे, बल्कि उनसे सुगंधित अगरबत्ती बनाई जाएगी। नगर निगम ने हरूनगला में अगरबत्ती बनाने के लिए प्लांट शुरू किया है। प्लांट संचालक का कहना है कि अभी सिर्फ अगरबत्ती बनाई जा रही हैं, लेकिन आगे हर्बल कलर और धूप भी बनाई जाएगी। प्लांट के लिए नाथ नगरी के मंदिरों से ही चढ़ावे के फूलों को कलेक्ट किया जाता है।

फूल नहीं होंगे वेस्ट

हरूनगला में नगर निगम ने फ्लॉवर वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया है। प्लांट करीब दो साल पहले लगाया गया था लेकिन फूल नहीं मिलने के कारण प्लांट शुरू नहीं हो सका। होली से पहले प्लांट को चलाने के लिए कवायद शुरू हुई और मंदिरों से फूलों को कलेक्ट किया गया, जिसमें शहर के 60 मंदिरों ने चढ़ावे के फूल प्लांट के लिए देना शुरू कर दिया जिससे फूल अब वेस्ट नहीं होंगे।

'पुण्य' नाम से अगरबत्ती

होली से सभी मंदिरों से डेली फूल एकत्र कर 12 मार्च के बाद इसे शुरू कर दिया। प्लांट से अगरबत्ती बनना भी शुरू हो गई, लेकिन अभी पैकिंग नहीं की जा रही है। प्लांट संचालक का कहना है कि प्लांट में 8 इंच की अगरबत्ती बनाई जा रही है। जो मंदिर या घर को 45 मिनट तक महकाएगी। अगरबत्ती अभी मार्केट में नहीं आई है लेकिन यह अगरबत्ती 'पुण्य' नाम से मार्केट में उतारी जाएगी। जिसे बरेली के साथ दूसरे डिस्ट्रिक्ट में सप्लाई किया जाएगा।

चार फ्लेवर में अगरबत्ती

अगरबत्ती चार फ्लेवर में बनाई जाएगी जिसमें पहली मोगरा, दूसरी रोज, तीसरी लैविडर और चौथी लैमनग्रास की सुगंधित खूशबू वाली होगी। इतना ही नहीं जो लोग मार्केट में अगरबत्ती खरीदने नहीं पहुंच पाते हैं वह ऑनलाइन वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं इसके लिए ऑनलाइन बेंचे जाने की भी तैयारी की जा रही है।

दो माह बाद धूप कोन

फ्लॉवर वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट ओनर एके बत्रा का कहना है कि अभी ट्रॉयल बतौर चलाया जा रहा है, और अभी तो अगरबत्ती ही बनाई जा रही है। लेकिन जल्द ही धूप के कोन और हर्बल कलर आदि की मशीनें लगाकर उत्पादन शुरू किया जाएगा। ताकि फूलों का अधिक से अधिक यूज किया जा सके। हांलाकि फूलों से निकलने वाले वेस्ट से कम्पोस्ट खाद भी बनाई जा रही है।

यह मिलेगा फायदा

मंदिरों से चढ़ावे के निकलने वाले फूलों को कूड़े-कचरे आदि जगह फेंक दिया जाता है जिससे गंदगी तो फैलते थी। साथ में पैरों के नीचे भी फूल पड़ते रहते थे लेकिन अब अगरबत्ती बनाए जाने से नगर निगम का भी राजस्व बढ़ेगा। साथ ही लोगों को रोजगार मिल सकेगा।