कानपुर। National Endangered Species Day 2020: धरती पर हर 20 मिनट में इंसानों की आबादी में 3500 का इजाफा हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर जीव जंतुओं की एक प्रजाति लुप्त हो रही है। हालात ऐसे ही रहे तो अगले 30 सालों में धरती की 20 फीसदी प्रजातियां हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगी। भारत में विश्व के 5 प्रतिशत अर्थात 75,000 प्रजातियों के जीव-जन्तु निवास करते हैं तथा वनस्पतियों की 45,000 प्रजातियाँ भारत में पाई जाती हैं।, लेकिन आज इनमें से कई विलुप्त हो गई हैं और कई विलुप्त होने की कगार पर हैं।

इन वन्य जीवों के विलुप्त होने का है खतरा

1. भारतीय हाथी 2. बंगाल टाइगर 3. भारतीय शेर 4. एक सींग वाला एशियाई गैंडा 5. गौर 6. शेर जैसी पूंछ वाला अफ्रीकी लंगूर 7. तिब्बती हिरन 8. गंगा नदी डॉल्फिन 9. हिम तेंदुए 10. काली बत्तख 11. महान भारतीय बस्टर्ड 12. जंगली उल्लू 13. सफेद पंख वाली बत्तख 14. काली गर्दन वाला सारस 15. पश्चिमी ट्रैगोपैन -गिद्ध 16. ओलिव रिडले कछुआ

भारत के कुछ लुप्तप्राय पक्षी

1. मैंग्रोव पिट्टा 2. रेड जंगल फाउल 3. येलो वीवर 4. अलेक्जेंड्रीन पैराकीट 5. नीलगिरि फ्लाईकैचर 6. ग्रेट इंडियन बस्टर्ड 7. ऑस्टन ब्राउन हॉर्नबिल

इन पर मंडरा रहे खतरे की वजह

प्रजातियों के विलुप्त होने के खतरे का पहला कारण इनके रहने की जगह लगातार कम होना है। और इसके लिए जिम्मेदार इंसान हैं क्योंकि इनको भोजन और आश्रय प्रदान करने वाले पेड़ों को वह अपने स्वार्थ के लिए लगातार काट रहे हैं। साथ ही खनन और कृषि जैसी मानवीय गतिविधियां भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
-तस्करी, शिकार और अवैध शिकार करने से दुनिया भर में जानवरों और मछलियों की संख्या पर काफी बुरा प्रभाव डाल रहे है।
-प्रदूषण जैसे वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और अपशिष्ट प्रदूषण, विशेष रूप से प्लास्टिक पशु प्रजातियों के लिए खतरे में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। प्रदूषण न सिर्फ मनुष्यों के लिए स्वास्थ्य संबंधी खतरों का कारण है, बल्कि यह जानवरों को भी प्रभावित करता है।

जानिए कैसे आप लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने में मदद कर सकते हैं

- लुप्तप्राय प्रजाति दिवस कार्यक्रम में भाग लें।
- अपने दोस्तों और परिवार के साथ लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के बारे में वन्यजीव संदेश या कहानी शेयर करें।
- बच्चों को जैव विविधता और संरक्षण के बारे में जानने में मदद करें। - अपने आस-पास पौधों और जानवरों पर हो रहे अत्याचार को रोकने की कोशिश करें।
-लुप्तप्राय प्रजातियों के विभिन्न समूहों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें, और ज्यादा से ज्यादा इस बारे में लोगों से बात करें और उन्हें जागरूक बनाएं।
-हाथी दांत जैसे अवैध वन्यजीव उत्पाद नहीं खरीदें। -ताड़ के तेल जैसे खाद्य उत्पादों से बचें।
-संरक्षण समूह या वन्यजीव संगठन को डोनेट करें