-उत्तराखंड को मिली है मेजबानी, करीब एक दर्जन टीमें करेंगी प्रतिभाग

आइस स्केटिंग रिंक के निर्माण के लिए करीब 1.40 करोड़ की स्वीकृति

देहरादून, सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाली फरवरी के पहले सप्ताह में औली में नेशनल स्की चैंपियनशिप का आगाज होगा। इसकी लिए बकायदा तैयारियां शुरू होने का दावा किया है। इसकी मेजबानी खुद उत्तराखंड विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड करेगा। दावा किया जा रहा है कि औली में नेचुरल बर्फ के साथ ही आर्टिफिशियल स्नो बनाने का काम भी शुरु हो चुकी है। नेशनल चैंपियनशिप के साथ जूनियर नेशनल का आयोजन भी किया जाएगा।

10 नवंबर को हो चुकी है बैठक

मौसम का रुख साफ है। पहाड़ों में लगातार बर्फबारी जारी है। विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया को उम्मीद है कि इस बार औली में होने वाले नेशनल चैंपियनशिप में किसी भी प्रकार की दुविधा सामने नहीं आएगी। विंटर गेम्स एसोसिएशन के अप्रूवल के बाद विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने भी अपनी मेजबानी की तैयारियां शुरु कर दी हैं। डब्ल्यूजीएफआई (विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के जनरल सेक्रेटरी हर्षमणि व्यास का कहना है कि औली को होमो लोकेशन के तौर पर 2019 के नवंबर तक अप्रूवल पहले ही मिल चुका है। ऐसे में इस बार बेहतर बर्फबारी को देखते हुए औली में नेशनल स्की चैंपियनशिप की पूरी संभावनाएं हैं। इसके लिए फरवरी का पहला सप्ताह तय कर लिया गया है। बीते 10 नवंबर को चैंपियनशिप के लिए राज्य के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर की अध्यक्षता में चैंपियनशिप को लेकर बैठक हुई। बताया गया कि चैंपियनशिप में करीब एक दर्जन टीमें प्रतिभाग करेंगी। जिसमें आईटीबीपी, आर्मी, हिमाचल, दिल्ली, उत्तराखंड, जेएंडके के अलावा निम की टीमें शामिल रहेंगी। बताया गया कि राज्य सरकार ने आयोजन के लिए करीब 30-40 लाख रुपए की संस्तुति दी है।

बीते वर्ष फिसल गई थी फिश रेस

बीते वर्ष औली में ही फिश रेस होनी थी, जिसमें कई देशों के खिलाडि़यों को प्रतिभाग करना था। लेकिन, आखिरी चरणों में बर्फबारी न होने के कारण आयोजन को रोकना पड़ा। इस बार अभी से बर्फबारी होने के कारण डब्ल्यूजीएफआई के पदाधिकारी आश्वस्त हैं।

आइस स्के¨टग ¨रक निर्माण शुरू

करीब सात सालों से बंद पड़े इंटरेनशल स्तर के आइस स्के¨टग ¨रक का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद अब इसके निर्माण की उम्मीद जगने लगी है। इस आइस स्के¨टग ¨रक के निर्माण के बाद अब इंटरनेशनल आयोजन की उम्मीद भी की जा रही है। डब्ल्यूजीएफआई के अधिकारियों की मानें तो राज्य सरकार की तरफ से आइस स्केटिंग रिंक के निर्माण के लिए करीब 1.40 करोड़ की स्वीकृति भी मिल चुकी है। रिंक का निर्माण कार्य का जिम्मा गढ़वाल मंडल विकास निगम को सौंपा गया है। दरअसल, औली में जीएमवीएन गेस्ट हाउस के करीब वर्ष 2008 में अंतरराष्ट्रीय स्तर के आइस स्के¨टग ¨रक को स्वीकृति मिली थी।

2008 में अधूरा रह गया था काम

2008 में ¨रक का निर्माण भी शुरू हुआ। तब आइस स्के¨टग रिंक के साथ एप्रोच रोड, हट्स के अलावा अन्य निर्माण होना था, लेकिन ठेकेदार ने आधा अधूरा कार्य करने के बाद काम बंद कर दिया। तब से आज तक यह कार्य आगे नहीं बढ़ पाया। इस राशि में ओपन आइस स्के¨टग ¨रक के अलावा दो हट्स जिसमें एक खिलाडि़यों का चें¨जग रूम व दूसरा खिलाडि़यों को बैठने के लिए बनेगा। 500 मीटर एप्रोच मार्ग, सोलर लाइट व फ्लड लाइट भी लगेगी। समय पर आइस स्के¨टग ¨रक का निर्माण हुआ तो इस ¨रक में फिगर स्के¨टग, आइस स्के¨टग, लांग ट्रैक स्पीड स्के¨टग, सार्ट ट्रैक स्पीड स्के¨टग, आइस हाकी जैसे इंटरनेशनल लेवल के खेलों का आयोजन औली में भी हो पाएगा।