देवी का कल आया लोगो लगावें

-पिछले 15 सालों से शिक्षा के क्षेत्र में फैला रही ज्ञान का प्रकाश

-पांच स्कूलों की रेग्युलर करती हैं मॉनिटरिंग

ALLAHABAD: आज नवरात्र का तीसरा दिन है। नवरात्र की तृतीया मां भगवती के चन्द्रघंटा स्वरूप का है। शक्ति स्वरूपा जगत जननी मां का ये रूप विद्या की देवी का है। जिनके ज्ञान के प्रकाश से चारों तरफ उजाला फैला रहता है। मां के इसी स्वरूप की प्रतिमूर्ति है एमएल कान्वेंट ग्रुप ऑफ स्कूल की मैनेजर शिखा वर्मा। जो लोगों तक ज्ञान का प्रकाश फैलाने के क्षेत्र में सालों से तत्पर हैं। उनका इस कार्य में मदद उनके पति पुनीत वर्मा करते है। वे खुद भी कहती है कि उनके पति की प्रेरणा के कारण ही वे आज इस क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।

पन्द्रह साल पहले शुरू हुआ सफर

एमएल कान्वेंट ग्रुप ऑफ स्कूल की मैनेजर पद पर कार्य कर रही शिखा वर्मा पिछले पन्द्रह सालों से इस कार्य को कर रही है। शिखा खुद भी एक हायली एजुकेटेड परिवार से रही हैं। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री हासिल की है। उनके पिता डॉ। आनंद स्वरूप श्रीवास्तव सीएमपी डिग्री कालेज में लेक्चरर थे। वे बताती है कि कालेज टाइम से ही उनके मन में लोगों को शिक्षित करने के लिए कार्य करने की इच्छा थी। विवाह के बाद उनके पति को जब उनकी इस इच्छा के बारे में पता चला तो उन्होंने स्कूल ज्वाइन करने की सलाह दी। उसके बाद से ही उनका करियर इस क्षेत्र में शुरू हुआ। शिखा वर्मा के अनुसार वे शरू में सिर्फ एक ही ग्रुप के एक स्कूल पर फोकस करती थी। उसके बाद आज वे ग्रुप के सभी पांच स्कूलों की शैक्षिक गतिविधियों को अधिक बेहतर बनाने के लिए कार्य कर रही है।

बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कर रही हैं अॅवेयर

इसके साथ ही वे उन बच्चों को भी स्कूल से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जो अभी तक स्कूल तक नहीं पहुंच सके। इसके लिए भी वे लगातार समय निकाल कर लोगों में जागरूकता फैलाने की दिशा में वर्क कर रही है। जिससे समाज के प्रत्येक वर्ग को शिक्षित किया जा सके। शिखा सही मायने में एक मैनेजर है। वे घर और स्कूल में परस्पर संबंध स्थापित करके अपने उदेश्य को पूरा करने में जुटी हुई है। वे नियमित रूप से स्कूल में पांच से छह घंटे का समय देती है। साथ ही वे घर को भी उसी प्रकार मैनेज किए हुए है। उनके परिवार में पति और दो बेटो के साथ ही उनके ससुर कैप्टन वीरेन्द्र कुमार वर्मा भी है।