-वासंतिक नवरात्रि के पहले दिन शहर के देवी मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

-गृहस्थों ने कलश स्थापित कर देवी का किया आह्वान, गुंजित हुआ मातृ शक्ति का मंत्र

VARANASI: शिव की नगरी काशी वासंतिक नवरात्रि के पहले दिन शनिवार को शक्ति आराधना के मंत्रों से गुंजित हो उठी। घरों, मंदिरों, मठों में मातृ देवी शक्ति की आराधना की गयी। गृहस्थों ने नौ दिनी व्रत के संकल्प के साथ कलश स्थापित कर देवी का आह्वान किया। कुछ श्रद्धालु सिर्फ पहले और अष्टमी के दिन व्रत की परंपरा का निर्वाह करते हैं।

मंदिरों में लगी लंबी लाइन

वासंतिक नवरात्रि में नौ गौरियों के दर्शन पूजन के क्रम में पहले दिन मुख निर्मालिका गौरी के दर्शन की मान्यता है। इसी की पूर्ति में गायघाट स्थित देवी के मंदिर में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ उमड़ी। अलईपुर स्थित शैलपुत्री देवी के मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और देवी का आशीर्वाद प्राप्त किया। दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में तो रात से ही भक्तों की लाइन लग गयी थी। नवरात्रि के पहले दिन विंध्याचल देवी के दर्शन करने वालों के जत्थे भी विंध्यधाम में शीश नवाने गये।

खूब चढ़ी नारियल-चुनरी

मां को समर्पित करने के लिए नारियल और चुनरी की खरीदारी जोरदार रही। शहर में नारियल चुनरी व अन्य पूजन सामग्री की दुकानें सजी हैं। जहां सुबह से ही खरीदारों की भीड़ उमड़ती रही। दुकानदारों ने एक नारियल 30 से 35 रुपये तक में बेचा। मां के प्रिय फूल गुड़हल की खासी डिमांड रही। गुड़हल की छोटी माला 10 से 20 रुपये तक में बिकी।

नव संवत्सर 2072 'कीलक' का जोरदार हुआ स्वागत

VARANASI: सूरज की पहली किरण ने आसमान का रंग सिंदूरी कर लोगों को शनिवार को नव संवत्सर ख्07ख् 'कीलक' की बधाई दी। भगवान भास्कर के किरणों ने लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार किया। मंदिरों से उठ रहे शंख और घंटों की आवाज ने नव संवत्सर के आगमन का एलान किया। लोगों ने अपने अपने तरीकों से नव वर्ष के स्वागत की तैयारियां कर रखी थीं। श्री विद्या मठ की ओर से केदार घाट पर बटुकों ने भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य देकर नव संवत्सर का स्वागत किया। काशी आर्य समाज बुलानाला में लोक कल्याण के लिए वैदिक यज्ञ का आयोजन हुआ। लाट भैरव भजन मंडल की ओर से नव संवत्सर के स्वागत में कार्यक्रम का आयेाजन किया गया। मंदिर के महंत संत बालक दास ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कई अन्य सामाजिक व धार्मिक संगठनों की ओर से भी नव संवत्सर के स्वागत में कार्यक्रमों का आयेाजन किया गया।