छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: पुलिस मुठभेड़ में 5 लाख का ईनामी जोनल कमांडर सह हार्डकोर नक्सली सुपाई टुडू ढेर हो गया। जबकि उसकी कथित पत्नी सोनाली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह घटना गुड़ाबांधा थाना क्षेत्र के लेपीपुतरू जंगल के पास घटी है। सुपाई व सोनाली जंगल के समीप स्थित सोमा बोदरा के घर में पनाह लिए हुए थे। सीआरपीएफ व जिला पुलिस की टीम ने गुरुवार की तड़के सुबह 5.45 बजे सुपाई व उसकी पत्नी को घेर लिया। पुलिस मुठभेड़ में सुपाई की मौत हो गई। पुलिस ने घटना स्थल से 9 एमएम का एक पिस्टल बरामद किया है। वहीं सीनियर एसपी अनूप टी मैथ्यू, रूरल एसपी शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल समेत कई आला अधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे है।

बचपन में बना था नक्सली

सुपाई टुडू महज 11 साल की उम्र में ही नक्सली बन गया था। उस समय गुड़ाबांधा थाना क्षेत्र का एरिया कमांडर महेश्वर मुर्मू था। महेश्वर मुर्मू के घर पर वह काम करता था। जब पुलिस द्वारा डुमरिया के रांगामाटिया स्थित महेश्वर मुर्मू के घर पर वर्ष 1995 में छापा मारा गया तो, उस वक्त वहां काम करने वाला बालक सुपाई भाग गया और भाग कर सीधे नक्सली दस्ते के संपर्क में आ गया। उस समय से ही वह नक्सलियों के लिए सूत्र का काम करने लगा। महेश्वर मुर्मू ने तो बाद में वर्ष 2003 में तत्कालीन एसपी डॉ। अरुण उरांव के समय आत्मसर्मपण कर दिया था, लेकिन सुपाई नक्सली दस्ते से नहीं लौटा। कान्हु मुंडा के बीमार होने के बाद उसने गुड़ाबांदा क्षेत्र की पूरी कमान संभाल ली थी। लगभग 10 साल से वह गुड़ाबांदा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहा था तथा नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।

टूट गई है नक्सलियों की कमर

वर्तमान में गुड़ाबांदा में नक्सलियों की कमर टूट चुकी है। जानकारी के मुताबिक गुड़ाबांदा क्षेत्र में नक्सली दो-तीन की संख्या में छोटी-छोटी पिस्तौल के सहारे गांव में नागरिक बनकर घूमते रहते हैं। बड़े-बड़े हथियारों को नक्सलियों ने अपने निर्धारित स्थान पर जमीन पर गाड़ रखा है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नोटबंदी के बाद से ही इन हथियारों को नक्सलियों ने जमीन के नीचे गाड़ दिया है।