RANCHI: इसके साथ ही डीजीपी ने खूंटी एसपी अश्विनी कुमार समेत एनकाउंटर में शामिल सभी जवानों का उत्साह बढ़ाया। डीजीपी ने कहा कि पीएलएफआई का खात्मा करना पुलिस की प्रायोरिटी है। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को भी पुलिस जल्द ही मार गिराएगी। अगर उसे बचना है, तो सरेंडर कर दे। मौके पर मुख्य रूप से एडीजी अनुराग गुप्ता, सीआरपीएफ के आईजी संजय एस लाटकर, आईजी एसटीएफ आरके धान, आईजी ऑपरेशन आशीष बत्रा, रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर भी मौजूद थे। गौरतलब हो कि बीती रात खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र स्थित पलसा जंगल में एनकाउंटर में पुलिस ने मैना गोप समेत चार नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए अन्य तीन नक्सलियों की पहचान की जा रही है। मैना गोप तोरपा के टांटातुरी टोली निवासी रामेश्वर गोप का बेटा था। उस पर झारखंड पुलिस ने दो लाख रुपए का ईनाम रखा था। मैना के खिलाफ खूंटी जिले के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं। लापुंग व कर्रा क्षेत्र में मैना के नाम पर लोगों में दहशत था।

 

बाइक-स्कूटी पर सवार थे 7 नक्सली

जानकारी के अनुसार, रात करीब साढ़े आठ बजे मैना गोप दो बाइक और एक स्कूटी पर सात उग्रवादियों के साथ पहुंचा था। एरिया कमांडर मैना गोप बाइक पर इंसास लेकर एक उग्रवादी के साथ सबसे आगे चल रहा था। पीछे एक स्कूटी पर दो और एक अन्य बाइक पर तीन उग्रवादी थे.पुलिस पुल के दोनों ओर से मोर्चा संभाली हुई थी। जैसे ही मैना बाइक से पुल पर चढ़ा, उसकी नजर पुलिस पर पड़ गई और फायरिंग शुरू हो गई। कर्रा थाना प्रभारी उदय गुप्ता, एएसआई जवाहर चौधरी समेत पांच जवानों ने भी मोर्चा संभाला। काफी देर तक दोनों ओर से गोलियां चलीं। फायरिंग में चार उग्रवादी मारे गए। मुठभेड की सूचना मिलते ही खूंटी एसपी अश्रि्वनी कुमार और एएसपी अनुराग राज भी पुलिस बल के साथ पहुंचे। शवों की जांच की तो एक की पहचान मैना गोप के रूप में हुई। रांची रेंज के डीआईजी अमोल वी होमकर ने कहा कि मारे गए अन्य तीन उग्रवादियों की पहचान की जा रही है। वहीं, बाकी तीन नक्सली फरार होने में सफल रहे। एनकाउंटर के बाद एक इंसास राइफल, दो डबल बैरल गन, एक पिस्टल और बड़ी संख्या में कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

 

 

बाइक मिस्त्री से नक्सली एरिया कमांडर बना था मैना

जानकारी के अनुसार, मारा गया एरिया कमांडर मैना गोप कभी बाइक मिस्त्री हुआ करता था। लापुंग इलाके में वह अपना गैराज चलाता था। इसी बीच उसकी लडाई कुछ लोगों से हो गई, जिसके बाद वह इलाके के एक अपराधिक संगठन सम्राट गिरोह के निशाने पर आ गया। उससे बचने के लिए मैना सम्राट गिरोह के प्रतिद्वंद्वी नक्सली संगठन पीएलएफआई में शामिल हो गया। पिछले साल उसने कर्रा इलाके में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। कम समय में ही मैना ने अपना आतंक इलाके में कायम कर लिया था, जिससे खुश होकर संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप ने उसे एरिया कमांडर बना दिया। खूंटी जिले में मैना गोप के खिलाफ रंगदारी, हत्या समेत अन्य अपराधों के दर्जन भर से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं।