- 28 फरवरी तक दिया है बुक्स का ब्यौरा देने का समय

- 40 प्रतिशत स्कूलों ने नहीं भेजी डिटेल, सीबीएसई की तरफ से बस दो दिन है बाकी

Meerut। सीबीएसई ने एनसीईआरटी की बुक्स की डिमांड भेजने के लिए स्कूलों को क्लास वाइज डेटा भेजने के लिए कहा है। स्कूलों को किताबों की डिमांड ऑनलाइन भेजनी है, जिसके लिए बोर्ड की वेबसाइट पर लिंक दिया गया है। सीबीएसई से संबंद्धता प्राप्त स्कूलों को शैक्षणिक सत्र 2017-18 से एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की पुस्तकें ही पढ़ानी होंगी।

बैठके बाद फैसला

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकें पढ़ाने में आनाकानी करने का संज्ञान लिया है। इसी माह केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सीबीएसई से संचालित स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों के इस्तेमाल को लेकर समीक्षा बैठक ली थी। इसमें पुस्तकों की डिमांड लेने के बाद आपूर्ति और स्कूलों के आनाकानी करने पर भी चर्चा हुई। बैठक में निर्देश दिए गए कि शैक्षणिक सत्र 2017-18 से सीबीएसई से संचालित सभी स्कूलों में पहली से बारहवीं कक्षा तक एनसीईआरटी की पुस्तके ही पढ़ाई जाएं। बैठक के बाद सीबीएसई बोर्ड के संयुक्त सचिव मनोज कुमार श्रीवास्तव ने सभी राज्यों के क्षेत्रीय कार्यालयों को इसे सुनिश्चित करने के लिए सर्कुलर भेज दिया है। इसके लिए 28 फरवरी तक सभी को डाटा देने को कहा है।

होगी वेंडर की सप्लाई

इसके तहत सीबीएसई से संबंद्ध स्कूल कक्षा एक से 8वीं तक के बच्चों के लिए किताबों की डिमांड भेज सकते हैं। बोर्ड ने व्यवस्था की है कि डिमांड के अनुसार अपने वेंडर से सीधे स्कूल में किताबों की सप्लाई की जाएगी। इससे बच्चों के हाथ में सत्र शुरू होने पर किताबें उपलब्ध होंगी। बोर्ड ने सभी विद्यालयों को सर्कुलर भेजकर 28 तक डिमांड भेजने का निर्देश दिया है।

40 प्रतिशत ने नहीं भरा डाटा

सीबीएसई के अनुसार अभी भी देशभर के 60 प्रतिशत स्कूलों ने डाटा नहीं भेजा है। सिटी के 40 प्रतिशत स्कूलों ने डाटा नहीं भरा है। स्कूलों के पास बस दो दिन का ही समय है, जिसके तहत स्कूलों को डाटा भरना है।

ये है डाटा मांगने का कारण

इस वजह से हर साल इनकी शॉर्टेज हो जाती है और बच्चों को किताबों के लिए काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है। इसी को देखते हुए बोर्ड ने स्कूलों से ऑनलाइन डिमांड मांगी है।

क्या कहते हैं स्कूल्स

हमने डाटा भेज दिया है, पहली क्लास से लेकर इंटर तक का सारा डाटा भेजा है।

एचएम राउत, पि्रंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

हमारा डाटा कल तक भेज दिया जाएगा, किसी कारण से नहीं भेज पाए है, डाटा तैयार कर लिया गया है।

मधु सिरोही, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

डाटा तैयार हो गया है कल भेज दिया जाएगा। स्कूल में कार्यक्रम था जिसके चलते डाटा नहीं भेज पाए थे।

प्रेम मेहता, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल