बदायूं (एएनआई)। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की दो सदस्यीय टीम ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं में 3 जनवरी को कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की शिकार 50 वर्षीय महिला के परिवार से मुलाकात की। जब एनसीडब्ल्यू टीम पीड़िता के घर पर थी, तब आरोपियों में से एक आरोपी जशपाल की पत्नी और बेटी ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने की कोशिश की थी। एनसीडब्ल्यू की टीम ने भी घटनास्थल की जांच की। टीम के सदस्यों में से एक, चंद्रमुखी देवी ने कहा कि वह घटना में पुलिस की भूमिका से संतुष्ट नहीं हैं।अगर पुलिस ने मामले में तेजी दिखाई होती, तो शायद वे पीड़िता को बचा सकते थे।

आरोपी की पत्नी और बेटी ने खुद के लिए न्याय की मांग की

पीड़ित परिवार से मिलने से पहले टीम ने इलाके के एसएसपी के साथ एक बैठक की और घटना की जानकारी ली। आरोपी जशपाल की पत्नी और बेटी ने खुद के लिए न्याय की मांग की और दावा किया कि वह निर्दोष है। जशपाल की पत्नी ने कहा, मेरे पति को फोन आया कि कोई मरीज है और वह अपनी नौकरी करने गया है। उसे बाद में इस मामले के बारे में पता चला। उसने दावा किया कि उसे फंसाया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, बदायूं जिले के उघैती इलाके में 50 वर्षीय महिला, जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता थी, के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। घटना उस समय घटी जब वह रविवार शाम मंदिर गई थी।

दुष्कर्म, निजी अंगों में चोट और पैरों में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई

मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म उसके निजी अंगों में चोट और पैरों में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई।भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (डी) और 302 के तहत उघैती पुलिस स्टेशन में एक पुजारी सहित तीन आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। आरोपियों में से दो गिरफ्तार हैं जबकि पुजारी अभी भी फरार है। थाना प्रभारी को भी निलंबित कर दिया गया है। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया और एडीजी जोन, बरेली को एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। उन्होंने यूपी स्पेशल टास्क फोर्स को भी जांच में सहायता करने का निर्देश दिया।

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