-गेस्ट टीचरों का अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी

-पूर्व सीएम एनडी तिवारी का गेस्ट टीचरों को समर्थन

-बेटे रोहित व पत्नी उज्जवला संग धरना स्थल पर पहुंचे एनडी

DEHRADUN: पुनर्नियुक्ति समेत विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे प्रदेश के गेस्ट टीचरों का आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राजकीय माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले धरना दे रहे गेस्ट टीचरों ने मांगों पर कार्रवाई नहीं होने के चलते उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं सोमवार को पत्‍‌नी उज्ज्वला व बेटे रोहित संग धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी ने गेस्ट टीचरों की मांग को राज्यपाल के समक्ष रखने का आश्वासन दिया।

बाहर किए जाने पर जताया विरोध

सोमवार को धरनास्थल पर आंदोलन के दूसरे दिन विभिन्न जिलों से आए गेस्ट टीचरों ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाए जाने का विरोध किया। उनका कहना है कि विगत सात महीने से दूर-दराज स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे गेस्ट टीचरों को बाहर का रास्ता दिखाया जाना उचित नहीं है।

पूर्व सीएम ने दिया समर्थन

दोपहर करीब डेढ़ बजे धरनास्थल पर पत्‍‌नी उज्ज्वला तिवारी व बेटे रोहित शेखर तिवारी के साथ प्रदेश के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी ने शिक्षकों की मांगों को उचित बताते हुए अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल से मिलकर शिक्षकों की मांग पर कार्रवाई की बात करेंगे। शिक्षक जब स्कूलों में बच्चों पर मेहनत करते हैं तो उन्हें बाहर निकाला जाना उचित नहीं है। वहीं, एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी ने भी शिक्षकों की मांगों को जायज बताते हुए कहा कि म्ख्00 से अधिक शिक्षकों को एक साथ बाहर करने से शिक्षकों के साथ ही शिक्षा व्यवस्था पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा। उज्ज्वला तिवारी ने कहा कि शिक्षक पूरी लगन के साथ छात्रों में ज्ञान बांटने का कार्य करता है, लेकिन यदि उन्हें बाहर किया जा रहा है तो यह उनके साथ अन्याय है।

मांग पूरी होने तक आंदोलन

गेस्ट टीचर्स ने जल्द ही इस मामले में पुनर्नियुक्ति किए जाने की मांग की। संघ के अध्यक्ष शांतिस्वरूप सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाने के बाद भी अप्रैल माह से गेस्ट टीचरों की पुनर्नियुक्ति को लेकर शासनादेश जारी नहीं किया गया। जिसके चलते म्ख्00 से अधिक शिक्षकों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। संघ के महामंत्री कविंद्र सिंह कैंन्तुरा ने कहा कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर काफी संख्या में गेस्ट टीचर्स मौजूद रहे।

निवर्तमान सीएम ने राज्यपाल को भेजा पत्र

आंदोलन के चलते गेस्ट टीचर्स का प्रतिनिधिमंडल राज्य के निवर्तमान सीएम हरीश रावत से मिला, उन्होंने पुनर्नियुक्ति सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा, जिसके बाद निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने राज्यपाल को पत्र लिखकर गेस्ट टीचरों की पुनर्नियुक्ति पर शीघ्र आदेश दिए जाने की मांग की। पत्र में उन्होंने प्रदेश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में शिक्षा की बेहतरी के लिए शिक्षकों के रिक्त पदों में निवर्तमान सरकार द्वारा म्क्ख्म् अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने राज्यपाल से अतिथि शिक्षकों को उनकी नियुक्ति के स्थान पर पुन: सेवा विस्तार करने के साथ ही उनका मानदेय क्भ्000 पर आदेश निर्गत किए जाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में गोविंद सिंह दानू, मनोज कुमार भट्ट, जितेंद्र सिंह बिष्ट, दिपेंद्र सिंह, खीमानंद पैतोला, भीम सिंह कार्की आदि मौजूद रहे।

निकाला कैंडल मार्च

सोमवार शाम को मांगों को लेकरआंदोलनरत गेस्ट टीचरों ने कैंडल मार्च निकालकर शासन प्रशासन से शीघ्र ही इस ओर कार्रवाई की मांग की। राजकीय माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेशभर के गेस्ट टीचरों ने धरनास्थल से कैंडल मार्च निकालते हुए दर्शनलाल चौक, घंटाघर, गांधी पार्क होते हुए कनक चौक से वापस धरनास्थल पर समाप्त किया। इस दौरान संघ के अध्यक्ष शांतिस्वरूप ने कहा कि मंगलवार को गेस्ट टीचर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होगी तो संघ को अनशन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।