प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा में मिलाकर लाना होंगे 33 प्रतिशत मा‌र्क्स

सीबीएसई की परीक्षा में इस बार हुआ बदलाव, छात्रों को मिलेगी राहत

Meerut । सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई ने 2019 में होने वाली 10वीं की बोर्ड परीक्षा के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। स्टूडेंट्स को बड़ी राहत देते हुए बोर्ड ने पासिंग मा‌र्क्स में तब्दीली की है। अब स्टूडेंट्स को पास होने के लिए इंटरनल असेसमेंट और थ्योरी एग्जाम में अलग-अलग पासिंग मा‌र्क्स लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी । दोनों एग्जाम में न्यूनतम 33 प्रतिशत मा‌र्क्स लाकर स्टूडेंटस पास हो सकेंगे ।

यह हाेगा फायदा

सेशन 2017-18 में सीबीएसई ने दसवीं का बोर्ड दोबारा शुरु किया था। कई सालों बाद शुरु हुई बोर्ड परीक्षाओं से स्टूडेंटस काफी नर्वस हैं। स्टूडेंट्स में एग्जाम का डर दूर करने के लिए सीबीएसई ने यह कदम उठाया है। इस बदलाव से स्टूडेंट्स को थ्योरी और प्रैक्टिकल में अलग-अलग पास नहीं होना होगा। इस नियम के बाद कमजोर स्टूडेंटस के लिए पास होना सरल होगा।

यह है स्थिति

122 स्कूल जिले में सीबीएसई के हैं।

10वीं की परीक्षा में 30 हजार से अधिक परीक्षार्थी भाग लेंगे

12वीं की परीक्षा में 20 हजार से अधिक छात्र भाग लेंगे

सीबीएसई की डेटशीट अभी जारी नहीं हुई है।

इस तरह से फैसलों से स्टूडेंट्स का मोरल अप रहता है। कमजोर स्टूडेंट्स को इससे काफी बूस्ट मिलेगा।

चंद्रलेखा जैन, प्रिंसिपल, सेंट जोंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल

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सीबीएसई का यह बहुत अहम फैसला है। मार्किंग के डर से स्टूडेंटस एग्जाम में पैनिक नहीं होंगे।

निधि मलिक, प्रिंसिपल, सेंट जेवियर्स व‌र्ल्ड स्कूल