नई दिल्ली (एएनआई)। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को जो जैवलिन भेंट किया था। उसकी नीलामी की गई। इस ई-नीलामी के तीसरे दौर के दौरान जैवलिन की 1.5 करोड़ रुपये की बोली लगी। ई-नीलामी का तीसरा राउंड 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक वेब पोर्टल www.pmmementos.gov.in के माध्यम से आयोजित किया गया था। संस्कृति मंत्रालय के प्रेस बयान के अनुसार, ई-नीलामी से आया पैसा नमामि गंगे मिशन को दिया जाएगा।

कुल 1348 सामानों की हुई नीलामी
थर्ड राउंड की ई-नीलामी के लिए 1348 स्मृति चिन्ह की बोली लगाई गई थी, जिसने जनता के बीच भारी रुचि पैदा की। इसमें कुछ ऐतिहासिक चीजें भी थे। इतिहास के एक मूल्यवान टुकड़े के मालिक होने का अवसर पाने के लिए लोगों ने दिल खोलकर बोली लगाई। ई-नीलामी के इस दौर की टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों और टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में इस्तेमाल की गई किट शामिल थी। इसके अलावा अयोध्या राम मंदिर का मॉडल, वाराणसी का रुद्राक्ष सभागार और कई अन्य कीमती और दिलचस्प संग्रहणीय वस्तुएं नीलामी में रखी गई थीं। इन वस्तुओं के लिए 8600 से अधिक बोलियां प्राप्त हुई थीं।

बेस प्राइज से काफी गुना दाम मिला
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की रिप्लिका, चरखा और घंटी जैसी वस्तुओं की बेस प्राइज की तुलना में अधिक बोली लगी। सबसे अधिक बोलियां सरदार पटेल की मूर्ति (140 बोलियां), लकड़ी के गणेश (117 बोलियां), पुणे मेट्रो लाइन के स्मृति चिह्न (104 बोलियां) और विक्ट्री फ्लेम के स्मृति चिह्न (98 बोलियां) को प्राप्त हुईं। इसके अलावा जिन सामानों की सबसे ज्यादा बोली लगाई गई, उनमें भवानी देवी की साइन की गई तलवार (1.25 करोड़ रुपये), सुमित अंतिल की भाला (1.002 करोड़ रुपये) और लवलीना बोर्गोहेन के बॉक्सिंग ग्लव्स (91 लाख रुपये) शामिल थे।