नई दिल्ली (पीटीआई)। आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप पर चर्चा करने के बजाय, किंग्स इलेवन पंजाब के सह-मालिक नेस वाडिया का कहना है कि यह सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि टूर्नामेंट के दौरान एक भी COVID-19 केस सामने न आए। वाडिया ने बुधवार शाम मालिकों की बैठक के बाद पीटीआई को बताया, 'वहाँ आईपीएल स्पान्सर को लेकर बहुत अटकलें चल रही हैं। मुझे लगता है कि यह हास्यास्पद है। केवल एक चीज जो हम (टीम के मालिक) जानते हैं वह यह है कि आईपीएल हो रहा है। हम खिलाड़ियों और सभी शामिल लोगों की सुरक्षा के बारे में बहुत चिंतित हैं। यहां तक ​​कि अगर एक भी कोरोना का केस सामने आया तो आईपीएल को रद भी किया जा सकता है।'

वीवो की चिंता बीसीसीआई को
जून में पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच "हिंसक घटना" के बाद, वाडिया ने कहा था कि आईपीएल को धीरे-धीरे चीनी प्रायोजकों से दूर जाना चाहिए। आईपीएल में वीवो के भविष्य के बावजूद, वाडिया ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो चीनी कंपनी को बदलने के लिए पर्याप्त प्रायोजक हैं। वाडिया ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि बीसीसीआई ने टाइटल स्पॉन्सरशिप पर क्या निर्णय लिया है। सभी टीम मालिकों के बीच एक बैठक थी और आईपीएल को सफल बनाने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। हमें बीसीसीआई का समर्थन करने की आवश्यकता है और जल्द ही फिर से बैठक होगी।"

आईपीएल 2020 होगा सुपरहिट
मौजूदा आर्थिक माहौल में, वाडिया को लगता है कि प्रायोजक काफी नेगोसिएशन करेंगे। मगर वह इस बार के आईपीएल को सुपर हिट मानते हैं। नेस ने कहा, 'मैं अपना नाम बदल दूंगा अगर यह अब तक का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला आईपीएल नहीं बना। यह सबसे अच्छा आईपीएल होगा। आप मेरे शब्दों पर गौर करें। प्रायोजकों का इस वर्ष आईपीएल का हिस्सा नहीं बनना मूर्खता होगी। यह आईपीएल का हिस्सा नहीं होने के लिए उनकी ओर से एक गलत कदम होगा। मैं वास्तव में मानता हूं कि अगर मैं एक प्रायोजक होता, तो मैं इस बार जरूर शामिल होता।"

नहीं आना चाहिए एक भी कोरोना केस
टूर्नामेंट के सुचारू संचालन के लिए बीसीसीआई ने टीमों को 16-पेज का एसओपी भेजा है। इसके लिए खिलाड़ियों, सहायक कर्मचारियों, टीम के अधिकारियों और मालिकों को जैव-सुरक्षित वातावरण का हिस्सा होना आवश्यक है। वाडिया ने खुद आईपीएल के लिए यूएई की यात्रा करने का फैसला नहीं किया है, लेकिन कहा कि सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, '' हमें (जैव-सुरक्षित) पर्यावरण को समायोजित करना है और संवारना है।'

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