नई दिल्ली (एएनआई)। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि के रूप में राष्ट्र ने उनकी 125 वीं जयंती समारोह मनाया है। इस दिन को पराक्रम दिवस ​​के रूप में मनाने के लिए देश उनके असीम साहस और वीरता का सम्मान करने के लिए तैयार है। नेताजी ने अपने अनगिनत अनुयायियों के बीच राष्ट्रवाद की प्रेरणा दी। नेताजी हमारे सबसे प्रिय राष्ट्रीय नायकों में से एक हैं जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में असाधारण योगदान दिया। नेताजी की देशभक्ति और बलिदान हमेशा हमें प्रेरित करेगा। स्वतंत्रता की भावना को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया नेता जी को याद
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए राष्ट्र हमेशा बोस के बलिदान को याद रखेगा , पराक्रमदिवस। महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत माता के सच्चे सपूत, नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। देश हमेशा देश की स्वतंत्रता के लिए उनके बलिदान और समर्पण को याद रखेगा। राष्ट्र के प्रति नेताजी की अदम्य भावना और निस्वार्थ सेवा को सम्मान देने और याद रखने के लिए, भारत सरकार ने देश के लोगों, विशेषकर युवाओं को प्रेरित करने के लिए हर साल 23 जनवरी को उनके जन्मदिन को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है।
कोलकाता में समारोह की अध्यक्षता करेंगे करेंगे पीएम
पीएम मोदी शनिवार को एल्गिन रोड स्थित कोलकाता के नेताजी भवन जाने वाले हैं। प्रधानमंत्री कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल में 'पराक्रम दिवस' समारोह के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगे। 23 जनवरी, 1897 को ओडिशा के कटक में वकील जानकीनाथ बोस के घर जन्मे, नेताजी ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें आजाद हिंद फौज की स्थापना के लिए भी जाना जाता है।

Subhash Chandra Bose Jayanti 2021: सुभाष चंद्र बोस की जयंती क्यों और कैसे हैं मनाते, जानें नेताजी के जीवन से जुड़ी ये खास बातें

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