RANCHI : रिम्स के न्यूरो वार्ड में पेशेंट्स की इन दिनों भीड़ लगी हुई है। इनमें से ऐसे कई मरीज हैं, जो महीनों से इंतजार में हैं कि कम से कम ऑपरेशन की तारीख तो डॉक्टर बता दें। इस बाबत मरीज जब डॉक्टर्स से पूछते हैं तो उन्हें ऑपरेशन वाले मरीजों की लिस्ट तैयार किए जाने की बात कही जाती है। ऐसे में दूर-दराज से आए मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मरीजों को ऑपरेशन की तारीख कब दी जाएगी?

यह है वजह

रिम्स में न्यूरो वार्ड में डॉक्टरों की कमी की वजह से एक तरफ मरीजों को इलाज में परेशानी हो रही है, वहीं ऑपरेशन के लिए उन्हें तारीख पे तारीख दी जा रही है। डॉक्टरों के नहीं होने से इलाज कराने के लिए भी मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ता है।

बेड फुल, जमीन पर हो रहा इलाज

न्यूरो वार्ड के सभी बेड फुल है। ऐसे में जमीन पर ही अब मरीजों का इलाज हो रहा है। इतना ही नहीं, ऑपरेशन के लिए आए मरीज भी जमीन पर फिलहाल इलाज कराने को मजबूर है। मरीजों की संख्या काफी होने की वजह से गैलरी में ही दोनों ओर उनके लिए बेड लगा दिया गया है।

इलाज में हो रही है परेशानी

10 जनवरी से न्यूरो वार्ड में एडमिट हैं। अबतक ऑपरेशन की तारीख नहीं मिली है, इसलिए परिजनों को घर भेज दिया। जब ऑपरेशन की तारीख मिल जाएगी तो परिवारवालों को बुला लूंगा। ऑपरेशन की तारीख को लेकर स्टाफ्स से पूछते हैं तो वे लिस्ट तैयार होने की बात कहते हैं।

राजू महतो, पेशेंट

कोडरमा से आए हैं। भाई महेश पासवान का ऑपरेशन कराना है। उन्हें 17 जनवरी को एडमिट किया हूं। उसके नस में ब्लॉकेज है। जब भी स्टाफ्स से ऑपरेशन की तारीख के बारे में पूछते हैं तो जवाब यही मिलता है कि हो जाएगा, लेकिन कब होगा, इसकी जानकारी नहीं मिल रही है।

गणेश

पेशेंट के भाई

हजारीबाग के बड़कागांव से आया हूं। 17 जनवरी से एडमिट हूं। रीढ़ की हड्डी खिसक गई है। अबतक ऑपरेशन की तारीख नहीं मिली है। परिजन भी यहीं है। इससे काफी परेशानी हो रही है।

श्रीनाथ

पेशेंट

पत्नी माजिदा खातून 17 जनवरी से यहां एडमिट है। हमें पता ही नहीं चल रहा है कि ऑपरेशन कब होगा और इसके लिए किससे बात करनी होगी। यहां के स्टॉफ भी इस संबंध में कुछ भी बताना नहीं चाहते हैं। ऐसे में ऑपरेशन की तारीख मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

रमजान

पेशेंट के पति